गुरुग्राम, 4 फरवरी (निस)
मानेसर में केंद्र सरकार की प्रमुख संस्था इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) सेंटर – 2 में ‘पंचामृत की ओर’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। इसका उदzwj;्घाटन केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडे व राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने किया। सम्मेलन पी एल आई- ऑटो, पी एल आई- एसीसी और फेम जैसे प्रमुख विषयों पर केंद्रित था।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन सह प्रदर्शनी में उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी, घटक और वाहन डिस्प्ले के साथ पर्यावरण अनुकूल और घरेलू विनिर्माण की दिशा में भारत में मोटर वाहन उद्योग के प्रचार और विकास के लिए भारी उद्योग मंत्रालय की योजनाओं – पीएलआई- ऑटो, पीएलआई एसीसी, सीजी-2 और फेम के कार्यान्वयन और इसके होने वाले सकारात्मक प्रभाव पर विचार-विमर्श किया गया।
महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि वर्तमान में पूरे विश्व में केवल 5 देश ही ऐसे हैं जहां व्हीकल की क्रैश टेस्टिंग की जाती है। इन देशों के बाद केवल भारत ही ऐसा देश है जहां विश्व स्तर के व्हीकल क्रैश टेस्टिंग केंद्र बनाए गए हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने प्रदर्शनी एवं आईकैट इंक्विबेशन सेंटर का भी उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री ने कुछ इलेक्ट्रिक वाहनों का अनावरण भी किया। एक्सपो और 3 तकनीकि सत्रों में 1500 से अधिक लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान मंत्रालय के सचिव कामरान रिजवी, सचिव हनीफ कुरैशी, नीति आयोग के सलाहकार शुभेंदु सिन्हा, भारी उद्योग मंत्रालय के संयुक्त सचिव विजय मित्तल, आइकेट के निदेशक सौरभ दलेला, एक्मा के अध्यक्ष संजय कपूर, एसआईएएम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कौशल विकास बढ़ाने में सरकार प्रयासरत
केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उद्योग मंत्रालय लागत और प्रौद्योगिकी अंतर को दूर करने के लिए उद्योगों का समर्थन करेगा ताकि हम ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देकर अपने महंगे विदेश आयात को कम कर सकें। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में केंद्र की सरकार निवेश को सुविधाजनक बनाने, नवाचार को बढ़ावा देने, कौशल विकास को बढ़ाने व बौद्धिक संपदा की रक्षा करने के लिए पूर्णतः प्रयासरत है।