गुरुग्राम (हप्र) : कोरोना की चपेट में आकर 24 और लोग बीमार हो गए। राहत की बात यह है कि तीन दिन से जारी मौत का सिलसिला शुक्रवार को थम गया। इस दौरान 37 उपचाराधीन ठीक हो गए। फिलहाल संक्रमण के 423 एक्टिव केस हैं। इनमें से 381 का इलाज होम आईसोलेशन में किया जा रहा है। शुक्रवार को 2587 संदिग्धों की सैंपलिंग की गई। इसी तरह 1444 संदिग्धों की सैंपल रिपोर्ट सरकारी इंस्टीट्यूशन स्तर से मिलने का इंतजार किया जा रहा है। संक्रमण अभी तक 352 लोगों की जान ले चुका है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।