गुरुग्राम, 6 दिसंबर (हप्र)
दुर्लभ बीमारी से पीड़ित 18 महीने के अयांश मदान को 16 करोड़ रुपये की वैक्सीन लगा दी गई है। यह वैक्सीन अयांश को दिल्ली स्थित एम्स में विशेषज्ञ डाॅक्टरों की देखरेख में दी गई। वैक्सीन यूएस से मंगाई गई है और इसके लिए क्राउड फंडिंग समेत दूसरे तरीकों से 16 करोड़ रुपये की राशि का बंदोबस्त किया गया।
मूल रूप से पलवल के रहने वाले प्रवीण-वंदना मदान गुरुग्राम के सेक्टर 70 स्थित एक सोसायटी में रहते हैं। शादी के 12 साल बाद करीब 18 महीने पहले अयांश ने जन्म लिया लेकिन जन्म के पांच महीने बाद ही परिवार के लोगों को पता चला कि वह स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रोफी नामक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है।
एम्स के डाॅक्टरों ने परिजनों को बताया कि इसका इलाज यूएस की एक फार्मा कंपनी द्वारा बनाई जाने वाली विशेष वैक्सीन से ही संभव है लेकिन वैक्सीन की कीमत सुनकर परिजनों के पैरों तले जमीन निकल गई। वैक्सीन यूएस से करीब 16 करोड़ रुपये में आनी थी। इतनी बड़ी रकम का बंदोबस्त कर पाने में अयोग्य परिवार के लोगों ने कई निजी संस्थाओं समेत क्राउड फंडिंग व सरकार की सहायत भी ली।
नवीन गोयल व डीपी गोयल के नेतृत्व वाली कैनविन नामक संस्था ने भी बच्चे के इलाज के लिए पैसा एकत्रित करने का बीड़ा उठाया और देशभर में इसके लिए सोशल मीडिया समेत विभिन्न प्लेटफार्म पर अभियान चलाया गया।
अयांश को वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए फंड जुटाने में बाॅलीवुड के कई कलाकारों ने भी अहम भूमिका निभाई। वैक्सीन के आयात पर लगने वाले शुल्क में केंद्र सरकार ने भी छूट दी है। महीनों के प्रयास के बाद आखिरकार वैक्सीन भारत पहुंच गई जिसे विशेषज्ञों की देखरेख में एम्स में अयांश को लगा दिया गया है।