
रजनी अरोड़ा
गर्मियों में भी आपका बागीचा फूलों से महकता रहे, तो उनके पौधों को इन्हीं दिनों में अपने बागीचे में बीज से उगा सकते हैं। बीज उगाने के लिए छोटे, कम ऊंचाई वाले या ट्रे नुमा गमले सही रहते हैं। गमले के लिए आपको 20 प्रतिशत गार्डन की मिट्टी, 30 प्रतिशत वर्मी कम्पोस्ट, 35 प्रतिशत कोकोपीट और 15 प्रतिशत रेत का मिक्सचर लेना होगा। ध्यान रखें कि वर्मी कम्पोस्ट या खाद पूरी तरह डिकम्पोस्ट हो, वरना कच्ची खाद बीज के अंकुर को जला देगी और बीज खराब हो जाएगा।
तकरीबन एक सप्ताह में बीज अंकुरित हो जाते हैं और पौध बननी शुरू हो जाती है। चार सप्ताह में पौधों के 3-4 इंच का होने पर इन्हें बड़े गमलों में लगा सकते हैं या ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। गमले का चुनाव पौधे की किस्म के आधार पर करना बेहतर है। जानिये गर्मियों में खिलने वाले फूलों के कुछ पौधों के बारे में -
कॉसमॉस- कई रंगों में मिलने वाले कॉसमॉस के फूल पौधे में भर-भर कर आते हैं और पूरी गर्मियों बागीचे की शोभा बढ़ाते हैं। इसके बीज काफी बड़े होते हैं जिससे इन्हें आसानी से ग्रो करके अपने बागीचे में शामिल कर सकते हैं।
मैक्सिकन पैटूनिया- पैटूनिया की यह वैरायटी गर्मियों में आसानी से उगा सकते हैं। बैंगनी फूल आते हैं। इसे बीज से उगाना आसान है। इसका पौधा अगर एक बार लगाते हैं, तो सालोंसाल उगता रहता है। यह पौधा बिना पानी और देखरेख के कड़ी धूप में भी पनपता है।
सूरजमुखी- ये फूल भी कई वैरायटी के होते हैं जिसमें घर में लगाने के लिए मिनिएचर टेडीबियर सन फ्लॉवर सबसे अच्छी वैरायटी है। इसके अलावा इसके सन फ्लॉवर म्यूजिक बाक्स, सन फ्लॉवर रेड हैज वैरायटी बहुत खूबसूरत है। जमीन में लगाने को देसी वैरायटी के बड़े आकार के और गमले में बौने आकार के पौधों के बीज लगाने चाहिए
जीनिया- गर्मियों का यह बेहद खूबसूरत फूल कई छोटी-बड़ी वैरायटी का होता है। इसके बीज बहुत जल्दी उग जाते हैं। अगर आप बागवानी शुरू कर रहे हैं, तो यह आपके लिए आदर्श पौधा है क्योंकि ज्यादा देखरेख नहीं। जीनिया के फूल कई रंगों के होते हैं। यह हीट-टॉलरेंट प्लांट है, इसे धूप जरूर लगने दें।
मॉर्निंग ग्लोरी- यह एक तरह की बेल है। सुबह ही इसके रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं। बीज काफी बड़े होते हैं जो आसानी से अंकुरित हो जाते हैं। इसके फूल जून में खिलने शुरू हो जाते हैं। बारिश के मौसम में आंधी-तूफान से बचाने को इसे सपोर्ट देनी और मिट्टी में नमी बनाए रखना जरूरी है।
गैलार्डिया- इसके बीज भी मार्च में लगा सकते हैं जो कई शेड में आते हैं। मुख्यतया इसके बीच का रंग ऑरेंज और चारों तरफ पीला घेरा होता है। गैलार्डिया भी हीट-रसिस्टेंट पौधा है। गर्मी में भी बहुत सारे फूल आते हैं। इसके पौधे को तेज धूप वाली जगह पर लगाएं। वहीं नमी बनाए रखनी चाहिए।
गेंदा- इसकी कई वैरायटी हैं। इसके फूल मुख्यतया पीले और ओरेंज होते हैं। मैरीगोल्ड जाफरी के पौधे दो शेड के होते हैं। उर्वर तरह की मिट्टी में इसे उगाया जा सकता है।
पोर्चुलाका या मॉस रोज़- यह सैकुलेंट फैमिली के पौधों में आता है। कई रंगों में मिलने वाले गुच्छेदार पोर्चुलाका के फूल बहुत सुंदर होते हैं। यह पौधा हैंगिंग पॉट्स में बहुत खूबसूरत लगता है। इसे पानी की जरूरत बहुत कम पड़ती है, तेज गर्मी में भी अच्छी तरह ग्रो करता है। इसे कटिंग से भी लगा सकते हैं।
पर्सलेन- यह मॉस रोज़ की एक वैरायटी है। लेकिन इसमें पत्तों और फूलों की शेप अलग होती है। आप इसे कटिंग से भी उगा सकते हैं। साल भर इसका पौधा बना रहता है।
टोरेनिया या बेल फ्लॉवर- इसके बीज काफी छोटे होते हैं। इसलिए इन्हें कोकोपीट में उगाना चाहिए। पौधा बहुत जल्दी बढ़ जाता है। बेल की शेप के इसके फूल कई रंगों में मिलते हैं। जून में इसे गर्मी से बचाना
पड़ता है।
विंका या सदाबहार- यह पौधा साल भर हरा-भरा रहता है। फूल कई रंगों में मिलते हैं। इन्हें ज्यादा देखरेख की जरूरत नहीं होती। कटिंग से भी उगाया जा सकता है।
डे लिलि- हर तरह की मिट्टी में उगता है। रखरखाव ज्यादा नहीं। 6 पंखुड़ियों वाले डे लिलि के पौधे में कई रंगों के फूल आते हैं। यह पौधा ट्यूब या बेबी प्लांट से लगाया जाता है।
सेलोसिया- इसके बीज को अंकुरित होने में 3-5 दिन लग जाते हैं। अंकुरित होने के बाद इसे सनलाइट में रखना चाहिए ताकि बीज से निकलने वाला अंकुर अच्छी तरह बढ़े।
अपराजिता- इसकी बेल होती है। नीले, सफेद रंगों के फूल आते हैं। अपराजिता आसानी से उगाया जा सकता है।
बालसम- इसके पौधे का तना जैसे-जैसे बढ़ता है, पत्ते निकालता है। पत्तों के साथ फूल भी आते रहते हैं। इस तरह इसका तना फूलों से भर जाता है। गर्मियों में रोज पानी दें।
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