रेणु खंतवाल
नवरात्रि में उपवास रखने की इच्छा हर किसी की रहती है लेकिन वे लोग जो ऑफिस जाते हैं उनके लिए ऑफिस के वर्क प्रैशर के साथ-साथ उपवास रखना काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर आप कुछ बातों का ख्याल रखें तो अपने उपवास को आराम से रख सकते हैं और साथ ही अपने घर और ऑफिस के काम को भी सुगमता से मैनेज कर सकते हैं। इसके लिए क्या करना है, जानिये दिल्ली की डायटीशियन डॉ. रेणु गर्ग से :-
उपवास क्यों जरूरी
हमारी सेहत के लिए बीच-बीच में उपवास रखना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि उपवास के दौरान हमारी बॉडी डीटॉक्स होती है। क्योंकि उपवास के दौरान हम पूरा दिन पानी, नारियल पानी, नींबू पानी, दूध, फलों का जूस और फलों का ही सेवन करते हैं और यह सभी चीज़ें हमारी बॉडी को डीटॉक्स करती हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
हम उपवास रखना तो चाहते हैं और रखते भी हैं लेकिन एक बड़ी गलती कर देते हैं जिससे उपवास का असर गलत पड़ जाता है। अकसर हम उपवास के दौरान बाजार में मिलने वाले खूब सारे व्रत के स्नैक्स खरीद कर ले आते हैं और खूब सारे चिप्स, व्रत की नमकीन और तमाम तरह की अन्य चीज़ों से अपने पेट को खूब भर देते हैं। यह हमारी सेहत के लिए ठीक नहीं है। उपवास में भक्ति और सेहत दोनों जुड़े होते हैं। हम भक्ति तो रखते हैं लेकिन अपनी सेहत के साथ बिल्कुल उल्टा कर देते हैं। यह देखिए कि हमारी मां, नानी-दादी किस प्रकार उपवास रखा करती थीं। वे क्या-क्या चीज़ें खाती थीं। आज हर चीज बाजारवाद के चंगुल में फंस चुकी है, उसमें हमारे उपवास भी शामिल हैं। यही वजह है कि नवरात्रे शुरू होते ही हर जगह बाजार में व्रत के स्नैक्स मिलने लगते हैं और फिर लोग अपने किचन को इन स्नैक्स से भर देते हैं।
क्या खाएं, क्या न खाएं
पहली बात तो उपवास को परंपरागत तरीके से रखें। इसके लिए पैकेटबंद चीज़ों से दूरी बना कर रखें। बाजार में मिलने वाले व्रत के स्नैक्स न खाएं। अच्छा हो कि सुबह दिन की शुरुआत दो गिलास गुनगुने पानी के साथ करें। चाहें तो उसमें नींबू और शहद मिला सकते हैं। दिन की शुरुआत चाय की प्याली से न करें। चाय आप बाद में नाश्ते में ले सकते हैं। या दिन में व शाम को ले सकते हैं। आप नाश्ते में दूध, भूने हुए मखाने और फल ले सकते हैं। जिस प्रकार आप रोज नाश्ता, लंच, इवनिंग टी और डिनर लेते हैं वैसा ही उपवास में भी लें।
लंच में फल-छाछ
लंच में आप फल खा सकते हैं। बटरमिल्क यानी छाछ पी सकते हैं। ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं। दही ले सकते हैं। टी टाइम में चाय के साथ मखाने ले सकते हैं। डिनर में कुट्zwnj;टू या सिंगाड़े के आटे की रोटी ले सकते हैं। उसके साथ कद्दू की सब्जी या आलू की सब्जी ले सकते हैं। साबुदाना की खीर या खिचड़ी भी ले सकते हैं। बस इस बात का ख्याल रखें कि फ्राइड फूड कुछ न लें। रात को पूड़ियां न लें। एक बात और, आजकल लगभग हर रेस्त्रां व्रत की थाली अपने ग्राहकों के लिए रखते हैं जिसमें फ्राइड आइटम बहुत होती हैं, उसे खाने से बचें। कोशिश करें घर पर ही खाएं। कभी-कभी खा लिया वो बात अलग है लेकिन रोज बाहर डिनर न करें।
पानी वाले पदार्थ
बेहतर है कि व्रत के दौरान पानी का सेवन बढ़ा दें। नींबू पानी, नारियल पानी, बटर मिल्क पीना ठीक रहता है। दही का सेवन करें। जूस की बजाए फल खाएं। जूस पीने से आपको केवल जूस मिलेगा लेकिन फल खाने से जूस के साथ-साथ फाइबर भी मिलेगा। ठीक रहता है यदि खाने के बीच में लंबे गैप न रखें। दो-तीन घंटे के अंतराल में कुछ न कुछ फल या ड्राई फ्रूट खाते रहें। कुल मिलाकर, अपने नवरात्रि उपवास को इन छोटी-छोटी बातों का ख्याल रख कर इंजॉय करें। भक्ति के साथ-साथ सेहत का भी सही तालमेल रखें।