शिखर चंद जैन
इंटर्नशिप आपके करिअर को संवारने का एक सुनहरा मौका है। इस दौरान आप जो कुछ सीखते हैं वो आपकी प्रोफेशन लाइफ में बहुत काम आता है। इस दौरान आपको अपने बॉस को प्रभावित करने की कला, वर्कप्लेस के तौर तरीके और शिष्टाचार सीखने चाहिए। अगर आपने सफलतापूर्वक ऐसा कर लिया, तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता क्योंकि यही वह समय है जब आपको सबसे बेहतरीन परफॉर्म करना पड़ता है। एकेडमिक्स में शानदार प्रदर्शन के बाद कंपनी में काम करते हुए आपको एक बार फिर खुद की काबिलियत साबित करनी पड़ती है। अगर आप बेहतर इंटर्न के तौर पर अपनी छाप छोड़ते हैं तो इस बात की संभावना काफी बढ़ जाती है कि आपको परमानेंट नौकरी भी मिल जाए।
इंटर्नशिप के प्रकार
इंटर्नशिप कई प्रकार की होती है। यह किसी एकेडमिक सेमेस्टर के आधार पर या समर अथवा विंटर ब्रेक के आधार पर भी हो सकती है। इन्हें आप सेमेस्टर, क्वार्टरली, समर, स्प्रिंग या विंटर इंटर्नशिप कह सकते हैं। इंडस्ट्री के आधार पर भी है कई तरह की होती है । जैसे मार्केटिंग, इंटर्नशिप, फाइनेंस इंटर्नशिप, फाइन आर्ट इंटर्नशिप,पीआर इंटर्नशिप या टेक्नोलॉजी इंटर्नशिप। पेमेंट के आधार पर भी यह दो तरह पेड या नॉनपेमेंट इंटर्नशिप हो सकती हैं। इसी प्रकार ऑन लोकेशन या वर्चुअल इंटर्नशिप भी होती है । जिन्हें आप अपनी सुविधा के मुताबिक दूर बैठकर या लोकेशन पर पहुंचकर अंजाम दे सकते हैं ।
कैसे अप्लाई करें
जैसे हम जॉब सर्च करते हैं वैसे ही इंटर्नशिप के मौके भी तलाश कर सकते हैं । मॉनस्टर, कैरियर बिल्डर, ग्लासडोर जैसी साइट्स में इंटर्न टाइप करके फाइनेंस, मेडिसिन, सेल्स जैसे अपनी दिलचस्प के विकल्प खोज सकते हैं। यहां आपको अपनी ज्योग्राफिक लोकेशन के मुताबिक इंटर्नशिप सर्च करने का भी चांस मिलेगा। कुछ साइट्स तो इंटर्नशिप या एंट्री लेवल जॉब खोजने वालों के लिए ही हैं। जैसे इंटर्नशिप डॉट कॉम, लुकशार्प, इंटर्नमैच, यूटर्न आदि। करियर फेयर्स या कैंपस में कैंपेनिंग करने वाली ऑर्गेनाइजेशंस से भी आप यह मौका पा सकते हैं। कई बार टीचर्स भी इंटर्नशिप खोजने में मददगार हो सकते हैं । इंटर्नशिप के लिए भी आपको जॉब की तरह एक अच्छा रिज्यूमे तैयार करना पड़ेगा।
संस्थान की जानकारी
संस्थान को ज्वॉइन करने से पहले अपने मैनेजर से मिलें और संस्थान के बारे में जानकारी हासिल करें। ज्वॉइनिंग पर खुद का परिचय दें। लोगों का अभिवादन करें और जिन चीजों के बारे में आपको पता नहीं है, उनके बारे में जानकारी इकट्ठा करें। कंपनी में हर जरूरी जगह पर उपस्थिति दर्ज करवाएं।
उत्साहित होकर काम मांगें
काम के प्रति उत्साह दिखाएं और आगे बढ़कर काम मांगने की आदत डालें। इस बात की कोशिश करें कि कंपनी में आपके पास कोई न कोई काम हमेशा रहे। ऑफिस सबसे पहले पहुंचे और सबसे आखिर में निकलें। ज्यादा लोगों से मिलने की कोशिश करें। हो सकता है कि ऑफिस का हर काम आपको पसंद न हो पर आपको हर काम पूरे ध्यान से करना चाहिए।
अनुभव है महत्वपूर्ण
पैसा कमाने के लिए तो आपके पास जिंदगी पड़ी है। पैसे के आधार पर इंटर्नशिप का चुनाव कभी न करें। इस वक्त को स्वयं को तराशने,लोगों के बीच अपनी पहचान कायम करने और कुछ नया सीखने के लिये इस्तेमाल करें। पेड के बजाय अनपेड इंटर्नशिप चुनें।
दायरा बढ़ाएं
इंटर्नशिप के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ संपर्क स्थापित करें। कलीग्स, क्लाइंट्स, वेंडर्स और दूसरे इंटर्न्स के साथ नेटवर्क बनाएं। इनसे काम के अलावा भी संबंध विकसित करें। ऑफिस और इंडस्ट्री इवेंट्स में हिस्सा लें। लोगों से मुलाकात के बाद कॉन्टेक्ट डिटेल जरूर प्राप्त करें।
काम का रिकॉर्ड रखें
आप ऑफिस में जो भी काम कर रहे हैं, उससे संबंधित पूरे कागज आपके पास होने चाहिए। आप जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, उससे संबंधित चुनौतियों, मौजूदा संसाधनों, टाइम लाइन, प्लानिंग और आपके द्वारा किए गए प्रयासों का पूरा ब्यौरा होना चाहिए। इससे आगे की नौकरियों में जॉब इंटरव्यू में फायदा मिलेगा।