प्रियंका सौरभ
भारत में सर्दियों का मौसम ज्यादातर लोगों को खूब पसंद आता है लेकिन इन दिनों में इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से हमारी बॉडी के जल्द ही बीमारियों के चपेट में आने की आशंका रहती है। इस मौसम में बाजरे की रोटी स्वाद के साथ आपकी सेहत का भी पूरा ख्याल रखेगी। इसमें मौजूद फाइबर पेट की दिक्कतों को दूर करता है।
बाजरा खनिज, विटामिन और आहार फाइबर सामग्री के मामले में चावल और गेहूं से बेहतर है। वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा (मिलेट्स) वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। उत्पाद विकास पर अपर्याप्त निवेश, आहार संबंधी आदतों के प्रति प्रतिरोध और दैनिक आहार में छोटे बाजरा के उपयोग पर ज्ञान की कमी इसकी खपत को बाधित कर रही है।
पाचन से लेकर दिल तक लाभकारी
बाजरे में प्रोटीन, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर समेत कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जाड़े में इसका इस्तेमाल आप दलिया, खिचड़ी या इसके आटे की रोटी के तौर पर कर सकते हैं। इसे खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और गैस, पेट दर्द, अपच समेत कई दिक्कतों को दूर रखता है। बाजरे में आयरन की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है जो शरीर में ब्लड बढ़ाने में मदद करती है। इसके सेवन से हार्ट ब्लॉकेज का खतरा कम होता है और हार्ट भी हेल्दी रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि इसके सेवन से प्रेग्नेंसी में एनीमिया से बचाव होता है। बीते कुछ सालों में आटे के बजाय मोटे अनाज की रोटियां खाने का चलन बढ़ने लगा है। अगर आप बाजरे को पसंद नहीं करते तो ज्वार, लोबिया और चने के आटे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
बाजार का खेल
उपभोक्ताओं और किसानों के लिए उनके लाभों के बावजूद, बाजरा पहली पसंद नहीं है। दरअसल, बाजार की गतिशीलता बाजरा के विकास के पक्ष में नहीं है। आय में वृद्धि और शहरीकरण के कारण बाजरे का उपयोग उपभोग के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है।
कुकीज, लड्डू, न्यूट्रिशन बार
प्रत्येक स्कूली बच्चे और आंगनवाड़ी लाभार्थी को स्थानीय रूप से प्राप्त बाजरा, ज्वार, रागी आदि के आधार पर एक दैनिक भोजन परोसा जा सकता है। बाजरा खाने के लिए तैयार खाद्य पदार्थ जैसे कुकीज, लड्डू, न्यूट्रिशन बार आदि के रूप में परोसा जा सकता है।
सीमित मात्रा में सेवन बेहतर
फिट रहने के प्रति बढ़ती जागरूकता के चलते लोग अपने आहार में ‘स्वस्थ’ विकल्पों को शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं। बाजरा आधारित आहार ने मधुमेह या हृदय रोगों वाले लोगों के लिए प्रभावी रूप से काम किया है क्योंकि बाजरा शुगर के स्तर को कम करने और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है। वैकल्पिक दिनों में बाजरा आधारित आहार शामिल करना बेहतर है। बॉडी बिल्डिंग के लिए लोगों को प्रोटीन डाइट लेनी चाहिए और जो वेट मैनेजमेंट करना चाहते हैं उन्हें भी बाजरे की डाइट लेनी चाहिए। लेकिन, स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा बाजरा को मध्यम मात्रा में लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसके अत्यधिक सेवन से प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। दरअसल इसमें ऐसे पदार्थ होते हैं जो थायराइड के कामकाज में बाधा डालते हैं। वहीं बाजरा की धीमी पाचन क्षमता है।