मस्टर रोल। अंग्रेजी का शब्द है। एक स्कूल में मैंने यही शब्द बोल दिया था। वहां उन्होंने मास्टर रोल समझ लिया। एक शिक्षक ने राष्ट्रनिर्माण में अध्यापक की भूमिका पर वैसा भाषण दे दिया जैसा शिक्षक दिवस पर नेतागण देते हैं। बाकी शिक्षक मुझसे उलझ गए। ‘मस्टर रोल’ का मतलब होता है वह कागज जिस पर मजदूरों की दिहाड़ी लिखी जाती है। यह हमेशा विवादास्पद होता है।
अक्सर सुनते हैं कि अमुक मस्टर रोल में मजदूरों की संख्या गलत लिखी गई है। कम पैसे देकर ज्यादा नाम लिखे गए हैं, गलत अंगूठे, दस्तखत किए गए हैं। संख्या शब्द ही ऐसा है। देश में जिन्हें अल्पसंख्यक कहा जाता है, उनकी संख्या भी हमेशा विवाद में रही है। बांग्लादेश में चूहों की संख्या ज्यादा हो गई तो सरकार ने उन्हें जनता से मरवाना शुरू किया। इनाम रख दिया कि जो चूहे मारकर उनकी पूंछें काटकर लाएगा, संख्या के हिसाब से उसे भुगतान किया जाएगा। गिनती में गड़बड़ होने लगी तो गिनना छोड़कर तोला जाने लगा। अब गड़बड़ वजनदार हो गई। हेराफेरी की फाइलें बन गईं। किसी को सजा नहीं हुई, क्योंकि उन फाइलों को ठीक समय पर चूहों ने काट दिया था।
एक नगरपालिका ने शहर में उत्पाती बंदरों को पकड़कर पास के जंगल में छोड़ने का ठेका दिया। नगरपालिकाएं ठेके पर ही चलती हैं, ठेके पर बनती-बनवाती हैं। ठेके पर बनी सड़क की जो हालत होती है, वैसी ही नाली की होती है। सड़क कुछ दिन में उखड़ जाती है तो नाली अड़ जाती है। ठेकेदार ने कहा कि उसके आदमियों ने एक सौ बंदर पकड़कर जंगल में छोड़े हैं। नगरपालिका के अधिकारी ने कहा कि अस्सी। बीस बंदरों के झगड़े ने ठेकेदार ने हड़ताल करवा दी। अरे वही तरकीब क्यों नहीं आजमाई? जैसे विश्वास प्रस्ताव के समय जनप्रतिनिधियों की संख्या का मामला हो, रैली में उपस्थिति का हो, सरकारी गोलियों से गैर-सरकारी लोगों के मरने का हो या जहरीली शराब से मरने वालों का, संख्या का विवाद तो हमेशा रहता ही है। एक साहब को ऊपर से आदेश आ गया कि गिनकर बताओ कि तुम्हारे इलाके में कुल कितने उल्लू हैं। हमने जवाब दे दिया कि हमारे कर्मचारियों को रात में दिखाई नहीं देता और दिन में उल्लू को दिखाई नहीं देता, इसलिए गिनती करना संभव नहीं है। लेकिन ऊपर तो ‘हर शाख पर उल्लू बैठा है’ वाली बात थी, इसलिए ‘अंजामे जवाब’ वही हुआ हो होना था। गिनकर बताना ही पड़ेगा कि कुल कितने उल्लू हैं। हम लोग तो उनमें से थे कि पूछा जाए, उल्लू के आगे दो उल्लू, उल्लू के पीछे दो उल्लू, बताओ कुल कितने उल्लू? हमने एक रिटायर्ड कर्मचारी की सेवा-सहायता ली। उसे सुविधा शुल्क दिया तो उसने बता दिया कि लिख दो हमारे इलाके में चार हजार तीन सौ बीस उल्लू हैं। किसी को गिनती पर शंका है तो खुद आकर गिन ले। उस साहब ने यही किया। संख्या लिख दी। एक ज्यादा इसलिए कि यह बात उनके खुद के ध्यान में क्यों नहीं आई? इसलिए उन्होंने खुद को भी इस संख्या में शामिल कर लिया।