
आलोक पुराणिक
आलोक पुराणिक
शॉपिंग बिना जीवन यूं है कि जैसे नेटवर्क के बगैर मोबाइल। आफत सिर्फ य़ह नहीं कि खरीदना है। आफत यह है कि लगातार खरीदना है। और फिर एक अलग ढंग की आफत यह है कि नयी विधियों से खरीदना है, फिर भी घर में शांति बनाये रखनी है।
शॉपिंग की एक स्टाइल में इन दिनों वीडियो शॉपिंग बहुत खास हो गयी है। इस की प्रक्रिया यूं है कि एक पार्टी दुकान पर मोबाइल के साथ घुस जाती है और वहां की दुकान, वहां की दुकान के आइटमों का नजारा उस पार्टी को करवाती है जो घर में बैठी होती है। घर में बैठी पार्टी एप्रूवल देती है रिजेक्ट करती है। पर आफत कुछ यूं शुरू होती है :-
दुकान वाली पार्टी : ये वाली साड़ी कैसी है।
घरवाली पार्टी -बहू : बहुत बढ़िया।
घरवाली पार्टी बहू की सास घर से : इस कलर की तेरे पास पच्चीस साड़ियां है, कितनी लेगी, हैं।
घरवाली पार्टी बहू घर में ही सास से : आपको बहुत पता है कितनी साड़ियां हैं मेरे पास। मेरी अलमारी की चेकिंग करती रहती हैं क्या।
घरवाली पार्टी की सास घर से ही : ज्यादा चकर-चकर मत कर। देख कुकर में कितनी सीटियां आ गयी हैं।
घरवाली पार्टी बहू घर से : मेरी अलमारी चेकिंग से वक्त मिले तो आप भी थोड़ा ध्यान दिया करो, रसोई पर।
दुकानदार दुकान से : बहन जी अब जल्दी निपटा लीजिये, लड़ाई तो आगे दिखाऊं।
घरवाली पार्टी बहू : हां दिखाओ।
दुकानदार दुकान से वीडियो पर : देखिये ये डिजाइन आये हैं नये।
घरवाली पार्टी सास : झूठ बोल रहा है ये तो मैंने 1960 में पहने थे। कहां के नये हैं। पुराने ठेल रहा है यह दुकानदार।
दुकानदार वीडियो पर : बहनजी जब आपको खरीदनी नहीं, तो बहूजी को खऱीदने दो, आप क्यों बीच में आ रही।
घरवाली पार्टी सास : हाय राम, अब तू मुझे सिखायेगा कि क्या करना क्या नहीं। हे भगवान मेरे घर में मेरी बेइज्जती हो रही है।
घरवाली पार्टी बहू : जी मांजी अब बेइज्जती के लिए कहीं बाहर न जाना होता है। तकनीक आपकी बेइज्जती आपके घर में ही करवा सकती है। आपको खरीदनी नहीं काहे बेकार में टांग अड़ा रही हैं।
घरवाली पार्टी सास : हे भगवान, अब तो इस घर में मेरी कोई इज्जत ही न रही है।
घरवाली पार्टी सास : रुदन चीख के स्वर बढ़ाती हुई : हे भगवान अब तो मेरा बोलना भी टांग अड़ाना हो गया। क्या देखना पड़ रहा है मुझे। हे भगवान।
दुकानदार दुकान से वीडियो पर : बहनजी आप लोग अपना निपटा लें पहले, फिर मैं काल कर लूंगा।
घरवाली पार्टी बहू : अरे रुको भईया, इनका तो रोज का ही है यह।
दुकानदार दुकान से वीडियो पर : तो बहनजी देखिये बिलकुल नये डिजाइन की साड़ियां।
घरवाली पार्टी बहू : अरे यह डिजाइन तो मेरे पास है, नये कैसे हो गये।
दुकानदार वीडियो से दुकान से : बहनजी आप अपनी सास के साथ शॉपिंग न किया कीजिये।
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