आलोक पुराणिक
हाल में आये बजट पर असली एंकर चैनल में डिबेट मची, कुछ अंश इस प्रकार हैं :-
एंकर— बजट में मनरेगा का बजट कम कर दिया गया है। वैसे भ्रष्टाचार की खबरें भी आ रही थीं। महात्मा गांधी के नाम वाली स्कीम मनरेगा में भ्रष्टाचार वाली बात से महात्माजी की आत्मा को कष्ट पहुंचता होगा। इस बजट में भी कई स्कीमों की घोषणा हुई है। बात करेंगे-एक्सपर्ट से।
एक्सपर्ट— पुराने महापुरुष बहुत शर्मसार औऱ फेमस हो लिये, अब नये लोगों को मौका दिये जाने का वक्त है। हिंदी फिल्मों के पुराने खलनायक शक्ति कपूर के नाम पर रोजगार योजना रख दी जाये। दूसरा संदेश यह है कि अगर योजना में भ्रष्टाचार है, तो बुरा नहीं मानने का, योजना ही ऐसे आदमी के नाम पर है, जिसके कुछ भी सही किया ही नहीं। इस रकम को पूरा खा जायें अफसर, कुछ भी न दें किसी को, बस यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि शक्ति कपूर के फिल्मी कृतित्व को फाॅलो करते हुए मनरेगा के जिम्मेदार अफसर कहीं छेड़खानी आदि पर न उतर आयें। हमारे मुल्क में पैसा खाना नार्मल माना जाता है, पर समाज की नैतिकता का स्तर अब भी इतना ऊंचा है कि समाज अभी पूरे तौर पर शक्ति कपूर न बना है।
एंकर— एक स्कीम गति शक्ति की चर्चा बजट में हुई।
एक्सपर्ट— गति शक्ति योजना के लिए अमिताभ बच्चन से बेहतर नाम कोई न हो सकता। कितनी शक्ति और कितनी गति के साथ सुबह से रात तक ब्यूटी क्रीम से लेकर भुजिया नमकीन बेचते हैं। अमिताभ बच्चन का नाम गति शक्ति योजना से जुड़ जाये, तो एक झटके में सबकी समझ में आ जायेगा कि गति शक्ति का मतलब क्या होता है।
एंकर—जी एक है मुद्रा कर्ज योजना।
एक्सपर्ट— मुद्रा कर्ज योजना के इश्तिहार में अभिषेक बच्चन को जोड़ना चाहिए। अभिषेक बच्चन मुद्रा कर्ज योजना नाम से ही साफ हो जायेगा कि अपना काम शुरू करने के लिए, अच्छी तरह सेटल होने के लिए इस कर्ज को लिया जाये। अभिषेक बच्चन का चेहरा कइयों को प्रेरित करेगा कि सिर्फ पिता के सहारे नहीं बैठना चाहिए, बल्कि अपने दम पर कुछ करना चाहिए।
एंकर—जी बजट में अटल पेंशन योजना का भी जिक्र रहा।
एक्सपर्ट—जी मेरी राय में अब वक्त बदल रहा है। पहले आदमी बुढ़ापे में ही पेंशन की चिंता करता था। पर अब तो नौजवानी में ही पेंशन की चिंता करनी चाहिए। देखिये, कुछ समय पहले विराट कोहली वन डे, टेस्ट टीम और ट्वेंटी-ट्वेंटी सारी टीमों के कप्तान थे, अब वह किसी भी टीम के कप्तान नहीं हैं। विराट कोहली पेंशन योजना के नाम से एक पेंशन योजना शुरू की जानी चाहिए।