गुरुग्राम, 26 जून (हप्र)
कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर 10 लोग बीमार हो गए जबकि इतने लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसके अलावा 2 उपचाराधीन लोगों की संक्रमण के चलते मौत हो गई। फिलहाल संक्रमण के 141 एक्टिव केस हैं। शनिवार को 4094 संदिग्धों की सैंपलिंग की गई।
हिसार 10 पॉजिटिव, 2 मरे
हिसार (हप्र) : हिसार में 10 पॉजिटिव मिले वहीं दो व्यक्तियों की मौत हो गई। 5 मरीज डिस्चार्ज हो गए। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. जया गोयल ने बताया कि अब हिसार में 77 एक्टिव केस हैं और 52705 डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि 1104 की मौत हो चुकी है। अब रिकवरी रेट 97.81%हो गया है।
रेवाड़ी 2 नए मरीज मिले
रेवाड़ी (निस) : सीएमओ डा. कृष्ण कुमार ने बताया कि जिला में आज कोविड संक्रमण के 2 नए केस मिले हैं। आज किसी की मृत्यु नहीं हुई है। अब कुल 20 मामले सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक ब्लैक फंगस के 33 संदिग्ध मामले सामने आए हैं।
भिवानी 3 नये मरीज
भिवानी (हप्र) : जिले में शनिवार को कोरोना के 3 नए केस सामने आए हैं वहीं कोरोना के 4 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। जिले में अब 64 एक्टिव केस हैं। शनिवार को 700 सैंपल लिए हैं।
जींद एक नया केस
जींद (हप्र) : जिले में 542 सैंपल की जांच रिपोर्ट में एक केस पॉजिटिव पाया गया। आज 3 मरीज रिकवर हुए हैं। नोडल अधिकारी डा. पालेराम कटारिया ने बताया कि अब एक्टिव केस 16 रह गये हैं।
फरीदाबाद 7 नये संक्रमित
फरीदाबाद (हप्र) : औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में शनिवार को जिले में आज मात्र 7 मरीज संक्रमित मिले। वहीं 15 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। आज भी किसी संक्रमित की मौत नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले में अब तक 716 संक्रमितों की मौत हुई है। आज आये संक्रमित ग्रीन फील्ड कालोनी, खेड़ी कलां, ओजोन पार्क सोसायटी, सेहतपुर आदि क्षेत्रों से हैं।
कोरोना से राहत, ब्लैक फंगस से 7 की मौत
नूंह/मेवात (निस) : जिला में कोरोना के तीन दिन से लगातार कोई मामला न आने से जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को बड़ी राहत पहुंची हैं लेकिन ब्लैक फंगस के मामले सामने आने से जिला प्रशासन व मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की चिंताएं बढ़ रही हैं। मेडिकल कॉलेज में अब तक ब्लैक फंगस के दाखिल 48 मरीजों में से 7 की मौत हो गयी है। 3 को रेफर करने के साथ मौजूदा 26 संक्रमितों का इलाज किया जा रहा हैं। ब्लैक फंगस के लिए दवा खासकर इंजेक्शन का भी घोर संकट बना हुआ हैं।