राजीव तनेजा/हप्र
मोहाली, 30 सितंबर
बृहस्पतिवार रात छज्जूमाजरा कालोनी में रहने वाले 18 वर्षीय तेग बहादुर ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। खुदकुशी से पहले युवक ने लाइव वीडियो बनाई जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। मौके से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें युवक ने अपनी मौत के लिए सिटी खरड़ थाने में तैनात हेड कांस्टेबल सुरजीत सिंह व कांस्टेबल हुसनप्रीत को जिम्मेदार ठहराया था। इस मामले में दोनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। विभाग ने दोनों आरोपियों को सस्पेंड कर विभागीय जांच शुरू कर दी है। अभी दोनों पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। शनिवार को पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया था, लेकिन मृतक के पिता सरबजीत सिंह का कहना है कि जब तक दोनों पुलिस कर्मी गिरफ्तार नहीं हो जाते वह अपने बेटे का संस्कार नहीं करेंगे।
आरसी को जाली बताकर ले गए थे थाने
तेग बहादुर ने सुसाइड नोट में लिखा है कि दोनों पुलिस मुलाजिम उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकियां दे रहे थे। वह उससे बार-बार केस से बचने के लिए 20 हजार रुपए मांग रहे थे। तेग बहादुर के पिता सरबजीत ने बताया कि उनका बेटा 6 हजार की इलेक्ट्रिशन की नौकरी करता था। उसे मोटरसाइकिल की जाली आरसी के केस में फंसाया जा रहा था। तेग बहादुर को सिटी खरड़ पुलिस के मुलाजिमों ने नाके दौरान पकड़ा और आरसी चैक करवाने को कहा। तेग बहादुर ने जो आरसी मुलाजिमों को दिखाई उसे उन्होंने जाली बताया और थाने ले गए थे। तेग बहादुर ने मरने से पहले एक वीडियो बनाई और उसे अपने दोस्तों को शेयर करने के लिए कहा। उसमें तेग बहादुर ने कहा कि वह सिंगर बनना चाहता था। उसने पैसे मांगकर एक गाना भी बनाया था, लेकिन उसे रिलीज नहीं कर पाया।
दोनों पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू की जा चुकी है। मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
-कर्ण संधू, डीएसपी खरड़-1