चंडीगढ़/पंचकूला, 22 जून (नस)
साहित्यिक विचार मंच के सौजन्य से मासिक ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। वरिष्ठ गजलकार अमरजीत ‘अमर’ ने इस गोष्ठी का संचालन किया। बाल लेखक नृपोदय सिंह रतन ने पिता के महत्व को दर्शाती लघुकथा पेश की। हिंदी कवि राजेश पंकज ने दो कविताएं ‘लाल डायरी’ तथा ‘छलावे का आवरण’ प्रस्तुत की। पंजाबी साहित्यकार सुभाष शर्मा ने वर्तमान परिवेश पर तीखा कटाक्ष किया गया। प्रसिद्ध व्यंग्यकार प्रेम विज ने हिंदी कविता रिश्ता प्रस्तुत की। पंजाबी साहित्यकार सुभाष भास्कर ने पंजाबी कविता प्रकृति में कुदरत के मनमोहक दृश्य को चित्रित किया। कवयित्री रश्मि शर्मा ने एक हिंदी और एक पंजाबी ग़ज़ल पेश करके खूब वाहवाही बटोरी। अनन्त शर्मा, विजय कपूर, डॉक्टर कैलाश आहलुवालिया, बलबीर तन्हा ने भी रचनाएं पेश कर वाहवाही लूटी।
‘बढ़ते कदम’ का विमोचन
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. विनोद कुमार शर्मा के काव्य संग्रह ‘बढ़ते कदम’ का विमोचन प्रतिष्ठित शायर व हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉक्टर चंद्र त्रिखा ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ कवि प्रेम विज, डॉ. सरिता मेहता, नीरू मित्तल, अंजू शर्मा आदि उपस्थित थे। चंद्र त्रिखा ने कहा कि डॉ. विनोद शर्मा की कविताओं में कर्मठता व जिजीविषा के भाव हैं। अधिकांश कविताएं आदर्शोंन्मुखी हैं। प्रेम विज ने कहा कि कविताओं में आगे बढ़ने की प्रेरणा है।