जीरकपुर, 7 सितंबर (हप्र)
संयुक्त किसान मोर्चा पुआध की ओर से पंजाब में बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा दिलवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आगामी 11 से 13 सितंबर तक आयोजित होने वाले धरने प्रदर्शनों में संघर्ष में साथ देने का ऐलान करते कहा कि प्रदेश के सभी 23 जिलों में आम आदमी पार्टी और भाजपा के नेताओं के घरों के आगे धरने प्रदर्शन किया जाएंगे।
किसान संगठन के आह्वान को सफल बनाने के लिए भारतीय किसान यूनियन (पीयूएडीएच) ने जीरकपुर के गुरुदारा नाभा साहिब में एक अहम बैठक की और 11 सितंबर से 13 सितंबर तक प्रदेश सरकार के मंत्रियों और भाजपा नेताओं के घरों को घेरने की रणनीति बनाई। यूनियन के अध्यक्ष त्रिलोचन सिंह ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा ने जो निमंत्रण दिया था, उसे सफल बनाने और मोर्चे की अगली रूपरेखा तैयार करने के लिए बैठक बुलाई गई थी जिसमें यह निर्णय लिया गया कि भाजपा नेताओं और प्रदेश सरकार के मंत्रियों और नेताओं के घरो के आगे धरने दिए जाएंगे, जिन्होंने बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा देने से इनकार कर दिया था। इस मौके पर किसान यूनियन के सदस्यों ने शहर में बढ़ रहे आवारा पशुओं को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार गौ सेस के नाम पर घरेलू बिजली बिलों में बढ़ोतरी कर आम लोगों को बाहर कर रही है, लेकिन कहीं भी गौशाला की व्यवस्था नहीं की गयी है.। उन्होंने मांग की कि बिजली बिलों में गौसा के नाम पर लगाए गए अतिरिक्त टैक्स को तुरंत वापस लिया जाए। इस मौके पर रुस्तम शेख, दीदार सिंह, हरविंदर सिंह, अमर सिंह, गुरदीप सिंह, करनैल चंद, हरबंस सिंह अवतार सिंह, ज्ञान सिंह आदि मौजूद रहे।