चंडीगढ़, 26 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) सीनेट के चुनाव की प्रक्रिया आज हुई मतगणना के साथ ही पूरी हो गई है। ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी के विजेता सभी 15 सीनेटरों के नामों की घोषणा कर दी गयी है। कुल 43 उम्मीदवारों में से 28 प्रत्याशी आज गिनती पूरा होने पर एलिमिनेट हो गये। संदीप सिंह सीकरी, मुकेश अरोड़ा, दयाल प्रताप रंधावा और सिरनजीत सिंह ढिल्लों तो पहले ही विजेता घोषित कर दिये गये थे जबकि मुनीष वैय्यर, वरिंदर सिंह उर्फ विक्की गिल, रविंदर सिंह, प्रभजीत सिंह, बलबीर चंद जोसन, हरजोध सिंह, लाजवंत सिंह विर्क, जगवंत सिंह, नरेश गौड़, संजीव कुमार बंदलिश और कपिल शर्मा को आज सीनेटर घोषित किया गया। रबिंदरनाथ शर्मा, मुनीष पाल सिंह उर्फ मुनीष वर्मा, इकबाल सिंह, जसवीर सिंह, संजीव कुमार और मनिंदर कौर भी आज बाहर हो गयी। इससे पहले गुरप्रीत सिंह, भूपिंदर सिंह, सागर कुमार, अमित भाटिया, अवतार सिंह, दिलराज सिंह, कुलदीप सिंह, जगमीत सिंह, गुरकमलप्रीत पाल सिंह के नाम शामिल हैं।
रिपीट होते आ रहे हैं वही चेहरे
सीनेट में कई चेहरे बार-बार चुनकर आ रहे हैं। कुछ लोग ग्रेजुएट से तो कुछ फैकल्टी या अन्य कांस्टीचुएंसी से चुनकर आ जाते हैं कई बार तो ऐसे भी लोग हैं जो चुनाव हार गये मगर चांसलर की ओर से मनोनीत होकर आ गये। रबिंदननाथ शर्मा 2004, 08, 16 में जीते और इस बार भी संभावितों में हैं। प्रभजीत सिंह 2004, 08, 16 में फेलो चुने गये और इस बार भी प्रबल दावेदार हैं। दयाल प्रताप रंधावा चार बार (2004, 12,16,21) चुने जा चुके हैं। इसी तरह लगातार सातवीं बार सीनेट में पहुंचे मुकेश अरोड़ा 2004, 16 और इस साल ग्रेजुएट से ही जीते हैं। धीरेंद्र तायल 2004, 08 में दो बार जीते। जगवंत सिंह 2008, 16 में जीते और इस बार भी दौड़ में बने हुए हैं। वरिंदर सिंह उर्फ विक्की गिल 2012, 16 में जीते और इस बार में कड़ी टक्कर दे रहे हैं। बीसी जोसन भी 2012,16 के कार्यकाल में सीनेटर रहे और इस बार भी दावेदारी की दौड़ में आगे हैं। अनु चतरथ ने 2004, 08 और 12 में ग्रेजुएट से चुनाव जीता। वे 2016 में थे और अब भी सीनेटर हैं। जरनैल सिंह भी 2008, 12, 16 में सीनेटर बने और इस बार भी मैदान में हैं। अशोक गोयल, केशव मल्होत्रा, नवदीप गोयल, रौणकी राम, सत्यपाल जैन सहित कुछ अन्य फेलो भी सालों से सीनेट में हैं।