नगर संवाददाता
चंडीगढ़/पंचकूला, 22 सितंबर
कोरोना महामारी में आर्थिक तंगी के हालात से गुजर रहे चंडीगढ़ के ट्यूबवेल ऑपरेटरों को पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है। जिस वजह से कर्मचारियों के घरों में दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से बन पा रही है। ट्यूबवेल ऑपरेटरों और सुरक्षा कर्मियों ने नगर निगम और प्रशासन से बिना देरी किए वेतन जारी करने की मांग उठाई है। मंगलवार को ट्यूबवेल ऑपरेटरों और सुरक्षा कर्मियों ने प्रशासन और नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया। नगर निगम में अनुबंध और दैनिक भत्ते पर काम कर रहे इन कच्चा कर्मचारियों ने द वाटर सप्लाई वर्कर्स यूनियन एमसी की गेट मीटिंग में रोष प्रकट किया। ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ चंडीगड़ एडमिनिस्ट्रेशन एंड एमसी एम्प्लाइज एंड वर्कर्स के बैनर तले बुलाई गई इस बैठक में यूनियन द्वारा मांगें को उठाया गया। यूनियन के प्रधान नरिंदर कुमार जनरल सेक्रेटरी राजिंदर कुमारएसीनियर उप प्रधान जगदीश सिंह एगुरमीत सिंह और रवि सिंह ने बैठक को संबोधित किया। प्रधान नरिंदर कुमार ने बताया कि आउटसोर्सिंग पर काम करने वाले ट्यूबवेल ऑपरेटरों और सिक्योरिटी गार्ड्स को तीन महीने से वेतन नहीं मिला।
नियमों में संशोधन की मांग
अशवनी कुमार ने कहा कि एमसी के कर्मचारियों के नियमों में संशोधन नही किया जा रहा जिस कारण कर्मचारियों की प्रमोशन रुकी हुई है। हालांकि एमसी हाउस ने 532 डेली वेज वर्करों को रेगुलर करने का एजेंडा पास किया है परंतु अप्रूवल के लिए एजेंडा चंडीगड़ प्रसाशन के पास नही भेजा गया। उन्होंने निगम से मांग की है कि कर्मचारियों को रेगुलर किया जाए।