पिंजौर, 10 दिसंबर (निस)
चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर स्थित चंडीमंदिर टोल प्लाजा पर गत वर्ष से अांदोलनरत किसान शनिवार को सुखमणि सहिब का पाठ करवाने के बाद अपना आंदोलन खत्म कर घर लौटेंगे। उधर, आंदोलन खत्म होने का इंतजार कर रहे हिमालयन एक्सप्रेस-वे कर्मियों ने टोल खोलने की तैयारियां आरंभ कर दी हैं। गत वर्ष से बंद पड़े टोल बैरियरों और कंम्प्यूटर सिस्टम को पुनः चालू करके चेक किया जा रहा है। इतना ही नहीं, गत कई महीनों से टूटे पड़े नेशनल हाईवे के गड्ढों पर पैचवर्क किया जा रहा है।
हिमालयन एक्सप्रेस-वे के जनरल मैनेजर कर्नल परीक्षित शर्मा ने बताया कि टोल बंद रहने से काफी नुकसान उठाना पड़ा है। पैसा न होने के कारण सड़क की मरम्मत नहीं हुई, प्रतिमाह 10 लाख रुपये बिजली का बिल आने के कारण हाईवे पर आधी लाईटें बंद रखनी पड़ी थीं। साथ ही टोल बैरियर पर तैनात कुछ कर्मियों को गत अगस्त माह से सेलरी भी नहीं मिल पाई है। हालांकि अधिकतर टोलकर्मी अन्य जगहों पर नौकरी करने लगे हैं, फिर भी कुछ कर्मी काम पर लौट आए हैं और कल दोपहर को किसानों के उठने के एक घंटे बाद टोल वसूलना शुरू कर देंगे। टोल की दरें गत सितंबर माह वाली ही रहेंगी।