चंडीगढ़/पंचकूला, 24 अप्रैल (नस)
कोरोना काल के इन विकट हालातों में कई राज्य आक्सीजन की कमी की समस्या से जूझ रहे हैं और देश में आक्सीजन सप्लाई करने वालों पर लगातार डिमांड का बोझ बढ़ता जा रहा है। वहीं इन हालात में चंडीगढ़ में आक्सीजन की कमी को खुद स्वास्थ्य विभाग आक्सीजन जैनेरेटर से पूरा कर रहा है। गौरतलब है कि इस समय चंडीगढ़ में एक्टिव पेशेंटों की संख्या बढ़कर 4900 से पार चली गई है । इनमें से कई सीरियस पेशेंटों का पीजीआई, जीएमसीएच 32 और जीएमएसएच 16 अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अस्पतालों में आक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने पहले ही पुख्ता प्रबंध कर लिए हैं। चंडीगढ़ अब खुद आक्सीजन पैदा करके कोरोना पेशेंटों को सप्लाई कर रहा है।
चंडीगढ़ में आक्सीजन प्रबंध को देख रहे नोडल अफसर डा. मंजीत का कहना है कि मौजूदा हालात में शहर में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। जबकि इन हालात में भारत सरकार द्वारा रोजाना 20 मीट्रिक टन कोटे की खपत में से कुछ कोटा बचाया जा रहा है। वहीं, चंडीगढ़ में लिक्विड आक्सीजन और सिलेंडर आक्सीजन को बचाने की कोशिश की गई है ताकि जरूरत पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके। जैनेरेटर के माध्यम से आक्सीजन की जरूरत को पूरा किया जा रहा है। आक्सीजन जैनेरेटर हवा से आक्सीजन बनाता है। इस समय 1 मिनट में जीएमएसएच 16 में लगाए गए आक्सीजन जैनेरेटर से 500 लीटर, जीएमसीएच 32 में एक मिनट में 1000 लीटर, कोविड 48 अस्पताल में 100 लीटर आक्सीजन तैयार की जा रही है।
प्राइवेट अस्पतालों के साथ हुई बैठक : प्राप्त जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग यूटी शहर के प्राइवेट अस्पतालों के साथ बैठक कर मौजूदा हालात पर नजर बनाए हुए है। नोडल अफसर के मुताबिक फिलहाल प्राइवेट अस्पतालों को आक्सीजन नहीं दी जा रही है। वहीं, स्वास्थ्य निदेशक द्वारा प्राइवेट अस्पतालों के साथ बैठक की गई है और अस्पतालों से अनिवार्यता के बारे में पूछा गया है।