पिंजौर (निस) : कालका रेलवे वर्कशॉप के पीछे की ओर नैना देवी मंदिर के समीप गत रात्रि अचानक झाड़ियों में आग भड़क उठी जो ओरियां गांव की बस्ती की ओर बढ़ने लगी। कालका से दमकल की गाड़ी आग बुझाने पहुंची लेकिन इसी दौरान तेज़ तूफान आ गया और आग की लपटें पेड़ों को निगलने लगी। फायर ब्रिगेड उपमंडल अधिकारी चरण सिंह ने बताया कि दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। गनीमत यह रही कि तूफान अपने साथ ज़ोरदार बारिश ले आया, जिससे दमकल विभाग कर्मियों को आग बुझाने में काफी मदद मिली। इसी प्रकार बुधवार को पिंजौर में कौशल्या नदी के किनारे झाड़ियों में भी आग लग गई, जिसे दमकल की गाड़ी ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बुझाया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।