जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 5 अगस्त
पंजाब विश्वविद्यालय ने यूजीसी की 29 अप्रैल व 6 जुलाई को जारी गाइडलाइन्स के अनुसार कोविड-19 महामारी के चलते इंटरमीडिएट सेमेस्टर के उन छात्रों को प्रमोट करने की घोषणा कर दी है, जो पीयू के पंजीकृत छात्र हैं और जिन्होंने मई 2020 में होने वाली परीक्षा के लिये फीस जमा करा दी थी। परीक्षा नियंत्रक प्रो. परविंदर सिंह व डीन काॅलेज डेवलपमेंट कौंसिल (डीसीडीसी) प्रो. संजय कौशिक की ओर से जारी एक परिपत्र में साफ किया गया है कि मई 2020 के एग्जाम फार्म भरने वाले छात्रों को बिना परीक्षा के प्रमोट किया जा रहा है और अंकों व ग्रेड/सीजीपीए के लिये सभी मापदंड जल्द ही पीयू की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिये जायेंगे। यह भी कहा गया है कि प्रोवीजनल प्रमोशन के बाद मूल्यांकन के लिये सभी पिछले सेमेस्टरों का 50 फीसदी और 50 फीसदी अंक करंट सेमेस्टर के इंटरनल इवेल्यूएशन से दिये जायेंगे, जिसमें जमा करायी गयी असेस्मेंट जो एमएसटी, अटेंडेंस अन्य गतिविधियों, प्रोजेक्ट, फील्ड स्टडी और असाइनमेंट आदि के होंगे।
परीक्षा नियंत्रक प्रो. सिंह ने बताया कि यही पॉलिसी री-अपीयर के उन छात्रों पर भी लागू होगी, जिन्होंने एग्जाम फीस जमा करा दी थी जबकि फाइनल सेमेस्टर अथवा एग्जिट सेमेस्टर वाले छात्रों के बारे में कोई फैसला बाद में बता दिया जायेगा।
अगली कक्षा, सेमेस्टर में दाखिला फिलहाल होगा अस्थायी
अगली कक्षा/सेमेस्टर में दाखिला पूरी तरह से अस्थायी होगा, जिसे सभी प्रकार के क्राइटेरिया व शर्तों के पूरी होने के बाद ही रेगुलर किया जायेगा। पिछले सभी सेमेस्टरों में पास मार्क संबंधी शर्तें पूरी होने पर ही पाये गये ग्रेड/सीजीपीए/अंकों के आधार पर प्रोवीजनल प्रमोशन किया जायेगा। पिछले सेमेस्टरों में आये अंकों का 50 फीसदी दिया जायेगा अगर कोई छात्र का पिछला एग्जाम क्लीयर नहीं है तो उसे यह शर्त, जब संभव हो तब पूरी करनी होगी। बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट होने वाले छात्रों को अगर वे चाहें तो अपने अंक/ग्रेड/सीजीपीए सुधारने के लिये अवसर दे दिया जायेगा।