पिंजौर, 27 अगस्त (हप्र/निस)
कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार केवल वाहवाही लूटने तक ही सीमित होकर रह चुकी है। हकीकत यह है कि बरसात के डेढ़ महीने पूर्व हुई तबाही के बाद सरकार ने जो वैकल्पिक रास्ते बनाने की नाममात्र कोशिश की थी वह भी चलने की स्थिति में नहीं है जिसकी वजह से आज स्कूल कॉलेज जाने के लिए बच्चे परेशान हो रहे है उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है यदि स्कूल बसें दूर दराज से घूम कर आती है तो जाम में फंस जाती है।
विधायक ने कहा कि पिंजौर में कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया है ,मोरनी में लोग खेती और पर्यटन पर निर्भर है। वहां पर लोगों की मेहनत की आमदनी पर बहुत बुरा असर पड़ा है। लोगों के कारोबार बंद पड़े है और किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है।
विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि खासकर कालका विधानसभा के दून एरिया, रायतन एरिया और मोरनी ब्लॉक में आज भी रास्ते बंद पड़े हैं। जब हमारी सेना प्राकृतिक आपदा के समय मात्र कुछ ही घंटों में अस्थाई पुल बना देती है, फिर सरकार ऐसा क्यों नही करती है। हिमाचल में। भारी नुकसान हुआ है। वहां तुरंत राहत का काम शुरू हो जाता है। जिला प्रशासन ने तीन फ्लड कंट्रोल नंबर जारी किए थे और आज तीनों ही बंद पड़े हैं। विधायक प्रदीप चौधरी ने यह भी कहा कि जिन लोगों को प्राकृतिक आपदा में नुकसान हुआ है सरकार उन्हें कोई ठोस राहत नहीं दे पा रही है। प्रदीप चौधरी ने कहा पिंजौर-सुखोमाजरी बाइपास पर जो बचा हुआ अंडरपास का काम है उसे सरकार लंबे समय से लटका कर बैठी है सरकार को चाहिए कि वह केंद्र से हस्तक्षेप कर परमिशन दिलाकर जल्दी बाइपास के काम को पूरा करवाए ताकि लोगों को जाम से राहत मिल सके।