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Sector 26 Shooting सेक्टर 26 शूटआउट में गैंग कनेक्शन की पड़ताल, फॉरेंसिक-सीसीटीवी से मिले अहम सुराग

हमलावरों की तलाश : सीसीटीवी फुटेज में सुराग मिलने की उम्मीद
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सेक्टर 26 में सोमवार देर सायं हुई फायरिंग में इंदरप्रीत सिंह पेरी की मौत के बाद अब पुलिस ने मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए गैंगवार एंगल पर जांच तेज कर दी है। शुरुआती तथ्य यह साफ कर रहे हैं कि यह हमला अचानक नहीं था, बल्कि पहले से प्लान किए गए टारगेटेड अटैक जैसा लग रहा है। फॉरेंसिक टीम, तकनीकी विशेषज्ञ और सीसीटीवी विश्लेषक सभी मिलकर सुसंगत सुराग जोड़ने में जुटे हैं।

पुलिस अब तक आठ खाली खोखे और एक जिंदा कारतूस बरामद कर चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि कारतूसों के पैटर्न और फायर एंगल से यह साबित हो रहा है कि हमलावर प्रोफेशनल थे।

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सेक्टर 26 के क्लबों, शराब ठेकों और दुकानों के फुटेज जब्त किए गए हैं। कई कैमरों में कुछ संदिग्ध वाहनों की गतिविधि दिखाई देने की बात सामने आई है। तकनीकी टीम फ्रेम-दर-फ्रेम फुटेज का विश्लेषण कर रही है। जांच अधिकारी मानते हैं कि फुटेज से हमलावरों की गाड़ी की पहचान किसी भी समय सामने आ सकती है।

गैंगवार की कड़ी : क्या पैरी पहले से निशाने पर था

पेर्री के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड ने पुलिस की जांच को गैंगवार एंगल पर केंद्रित कर दिया है। उसके खिलाफ कई केस दर्ज थे। वह हाल में कुछ लोगों से विवाद में रहा था। कुछ गैंगों के साथ उसकी पुरानी रंजिश की भी जांच हो रही है। जांच सूत्रों का कहना है कि पेर्री पिछले कई हफ्तों से ‘अंडर थ्रेट’ था और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या उसके खिलाफ पहले से कोई चेतावनी मिली थी।

फॉरेंसिक जांच : गोली की दिशा और दूरी पर फोकस

फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की माइक्रो-मैपिंग की है। गोली के एंगल और हिट-पॉइंट्स का वैज्ञानिक विश्लेषण किया जा रहा है। खून के धब्बों और पैरों के निशानों की तुलना की जा रही है। टीम इस बात का भी आकलन कर रही है कि हमलावर एक से ज्यादा थे या एक ही शूटर ने फायरिंग की।

पंजाब में बढ़ती गैंग गतिविधियां भी जांच के घेरे में

फॉलोअप में पुलिस अब आसपास के जिलों में हुई हालिया घटनाओं की भी समीक्षा कर रही है। बटाला में निशान जौरियां गैंग के कवलजीत सिंह की गिरफ्तारी और रंगदारी फायरिंग को महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है। पुलिस दोनों घटनाओं के समय, गैंग कनेक्शन और मोटिव का मिलान कर रही है।

एजीटीएफ का हालिया ऑपरेशन भी उठा रहा है सवाल

26 नवंबर को डेरा बस्सी–अंबाला हाईवे पर एजीटीएफ और एसएएस नगर पुलिस ने बिश्नोई गैंग के चार ऑपरेटिव पकड़े थे। संदिग्धों ने पुलिस पर फायरिंग की थी। जांच टीम यह देख रही है कि क्या सेक्टर 26 वारदात का कोई कनेक्शन इस नेटवर्क से जुड़ सकता है।

अधिकारियों का कहना है कि कुछ तकनीकी सुराग मिलने की उम्मीद है जो हमलावरों तक पहुंचने में मदद कर सकते हैं।

 

 

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