चंडीगढ़, 27 जनवरी (ट्रिन्यू)
चंडीगढ़ में गत 49 वर्षों से मनाया जा रहा रोज फेस्टिवल इस बार सादगी से मनाया जायेगा। चंडीगढ़ नगर निगम सदन ने आज फैसला लिया कि कोविड-19 के चलते इस विश्वप्रसिद्ध फेस्टिवल को कोरोना योद्धाओं को समर्पित कर इस पर निगम के खाते से होने वाले खर्च को रोज गार्डन के विकास पर खर्च किया जायेगा। आज निगम सदन की बैठक में आगामी फरवरी माह में होने वाले पारम्परिक रोज फेस्टिवल के आयोजन के लिए करीब 89.21 लाख के अनुमानित बजट का एजंडा रखा गया था । इस पर चर्चा के दौरान अधिकांश पार्षदों का मत था कि वित्तीय संकट से जूझ रहे निगम को लगभग एक करोड़ रुपये खर्च करने होंगे व उसके बावजूद भी लोगों की भीड़ को वहां जमा होने की अनुमति नहीं दी जा सकती। कोरोना, हैलिकाप्टर राईड आदि को नहीं लगा सकते व न ही भीड़ पर नियंत्रण रखा जा सकता है। अतः इस बार केवल औपचारिकता ही निभाई जाये।
भाजपा पार्षद अरुण सूद ने सुझाव दिया था कि जितना धन निगम ने फेस्टिवल पर खर्च करना है उससे रोस गार्डन का विकास किया जाये। वहां गुलाब की नई प्रजातियां लगाई जायें व फूलों की नई कयारियां विकसित की जायें। बैठक में तय किया गया कि रोज फेस्टिवल प्रतीकात्मक और छोटे स्तर के आयोजन के साथ कोरोना योद्धाओं को समर्पित होगा। कोरोना में लॉकडाउन के दौरान लोगों की सेवा करने वाले निगम के सफाई कर्मियों, डाक्टरों, पार्षदों आदि को रोज गार्डन में ही सम्मानित किया जायेगा। इस दौरान न तो टेन्ट लगेंगे व न ही लोगों को आमंत्रित किया जायेगा।
निगम सदन की बैठक में रखे गए दो सप्लीमेंटरी एजंडों में डम्पिंग ग्राउंड के लिए 3 जेसीबी, 2 टिप्पर, 2 चेन डोज़र खरीदने के एजंडे को लेकर संयुक्त आयुक्त व एमओएच को लताड़ भी पड़ी। पार्षदों की आपत्ति के बाद निगमायुक्त केके यादव ने भी उनसे पूछा कि जइ यह एजंडा गत नवम्बर माह की सदन की बैठक में पारित हो चुका है तो फिर इसे दोबारा क्यों लाया गया जबकि इसके लिए तो निविदायें भी आमंत्रित कर ली गई हैं।
वित्त एवं अनुबंध कमेटी के सदस्यों का निर्विरोध चुनाव
महापौर रविकांत शर्मा के नेतृत्व में हुई निगम सदन की पहली बैठक में वित्त एवं अनुबंध कमेटी के सदस्यों को निर्विरोध चुना गया। इसमें भाजपा पार्षद सुनीता धवन, पूर्व महापौर राजेश कालिया, अनिल दुबे, विनोद अग्रवाल के अतिरिक्त कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ शामिल हैं। इसके अतिरिक्त आज की बैठक में निगम की तीन महत्वपूर्ण कमेटियों, जलापूर्ति एवं सीवरेज डिस्पोसल कमेटी, रोड कमेटी तथा हाउस टैक्स कमेटी के गठन का प्रस्ताव थी स्वीकार किया गया।
सचिन लोहटिया और राजेश कालिया के बीच तीखी बहस
शून्यकाल के दौरान मनोनीत पार्षद सचिन लोहटिया और पूर्व महापौर और पार्षद राजेश कालिया के बीच तीखी बहस हुई। लोहटिया ने डोर टू डोर गारबेज कर्मचारियों का समर्थन किया और अन्य पार्षदों ने भी निगम की बैठक में यह मुद्दा काफी उछाला। पूर्व महापौर कालिया ने कहा कि जो धरने पर बैठे है वो कांग्रेस के लोग हैं । जबकि कूड़ा उठाने वाले निगम के अधीन काम करने को आ गये है और शहर मे कूड़ा उठाने का काम भी शुरू हो चुका है। इसके जवाब में सचिन लोहटिया ने कहा कि जो कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी हैं वो सफाई मजदूर संगठन के लोग है और निगम भवन के बाहर बैठे व्यक्ति अपने रोजगार को बचाने के लिये महिलाओं और बच्चों के साथ यहां बैठे है।