राजीव तनेजा/हप्र
मोहाली, 4 सितंबर
मोहाली और चंडीगढ़ के लोगों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में सेक्टर 43, 44 चौराहे को वाईपीएस चौक से जोड़ने वाली सड़क का एक हिस्सा 241 दिनों के बाद लोगों के लिए खोल दिया गया है। तनाव के बीच पुलिस ने शाम करीब पांच बजे बेरिकेड्स हटा दिए। वहीं कौमी इंसाफ मोर्चा के समर्थकों ने पुलिस पर टेंट तोड़ने का आरोप लगाया। किसी भी अप्रिय स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए चंडीगढ़ और पंजाब दोनों जगहों पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी। वर्तमान स्थिति के अनुसार कौमी इंसाफ मोर्चे के समर्थक जिसमें निहंग जत्था और विभिन्न सिख और किसान संगठनों के समर्थक शामिल हैं, सड़क के दाईं ओर शिफ्ट कर दिए थे। निहंग नेता राजा राज सिंह ने कहा कि उन्होंने सड़क को बंद नहीं किया था और चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस द्वारा बैरिकेड लगाकर रास्ता बंद किया था। उन्होंने दोहराया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक मोर्चा नहीं उठाया जाएगा। डीएसपी-सिटी-2 हरसिमरन सिंह बल ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। चंडीगढ़ से जाने वाले यात्रियों को बाईं ओर का हिस्सा मिलेगा जो सेक्टर – 43- 44 राउंडअबाउट – सेक्टर- 50-51 को वाईपीएस चौक से जोड़ता है। इस मार्ग को दोनों तरफ से आने वाले यात्रियों के लिए खोल दिया गया है। हाईकोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले राहत मिली है। अदालत ने 17 अगस्त की सुनवाई के दौरान चंडीगढ़ और मोहाली के प्रदर्शनकारियों और प्रशासन को वाईपीएस चौक को खाली करने का आखिरी मौका दिया था जहां कौमी इंसाफ मोर्चा 7 जनवरी से विरोध प्रदर्शन कर रहा है। मुद्दे को सुलझाने के लिए 15 दिन का समय देते हुए हाईकोर्ट ने मामले में 5 सितंबर तारीख निश्चित की थी और कहा था कि हाईकोर्ट के 10 मार्च के आदेश पर गौर करें। अदालत ने कहा था कि यदि अधिकारी असफल होते हैं, तो अदालत प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए राज्य के बाहर से बल लाने में संकोच नहीं करेगी।