चंडीगढ़, 24 जनवरी (ट्रिन्यू)
पंजाब विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस एंड क्रिमिनोलॉजी (आईएफएससी) को 2022 में उत्कृष्ट प्लेसमेंट मिला है। विभाग के कई छात्रों ने यूजीसी-नेट-जेआरएफ और फैक्ट पल्स जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है। विभाग के अध्यक्ष डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि 2022 में कई छात्रों ने प्रतिष्ठित प्रयोगशालाओं में कई मुकाम हासिल किए हैं और उनमें से कई ने राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं पास की हैं। डॉ. नवदीप कौर ने न्यूयॉर्क (यूएसए) में सीनियर साइंटिस्ट, फाइजर के रूप में चयनित होकर हमारे विभाग के साथ-साथ पंजाब यूनिवर्सिटी को भी विदेशों में पहचान दिलाई है। डॉ. नेहा वर्मा को यूपीएससी के माध्यम से केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, चंडीगढ़ में वैज्ञानिक बी के रूप में नियुक्ति मिली है। डॉ. नेहा, अर्पिता अंग्रिश, अंजली तोमर, डॉ. तेज कौर को विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर/फोरेंसिक विज्ञान संकाय के रूप में नियुक्त मिली है। डॉ. गरिमा छिकारा, प्रिया वर्मा, सोनाली मन्हास व ज़रीश फिरदौस को क्रमशः नई दिल्ली, शिमला, असम और जम्मू में विभिन्न राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं में वैज्ञानिकों के रूप में नियुक्त किया गया है।
यूजीसी-नेट-जेआरएफ उत्तीर्ण करने वाले छात्रों में दामिनी, शिखा, मानवेंद्र व निकिता शामिल हैं। अजय, वंदना व प्रतिभा ने लेक्चररशिप (यूजीसी-नेट एलएस) के लिए परीक्षा उत्तीर्ण की है। एमएस की नुसरत, तानिया, भारती व प्रियंका ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा आयोजित फॉरेंसिक एप्टीट्यूड और कैलिबर टेस्ट-प्लस (फैक्ट-प्लस) क्वालीफाई किया है। शौर्य, नवरीत, शवी, ऋचा, इक्षिका व अंजलि ने फैक्ट (एफएसीटी-एमएचए) क्लियर कर लिया है। चेयरपर्सन विशाल शर्मा ने विभाग और पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ का नाम रोशन करने वाले सभी अचीवर्स को बधाई दी और छात्रों से अपने अल्मा मेटर से जुड़े रहने को कहा। उन्होंने बताया कि विभाग ने मात्र 13 वर्ष के भीतर कई उपलब्धियां हासिल की हैं। यहां के पूर्व छात्र अब कई फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं में वैज्ञानिकों के रूप में काम कर रहे हैं और देश की सेवा कर रहे हैं।