पंचकूला, 24 जून (हप्र)
नेशनल हेल्थ मिशन के अनुबंधित कर्मचारियों ने वेतन फिक्स करने के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा आंदोलन के समर्थन में आया।
बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन हरियाणा का प्रतिनिधिमंडल राज्य प्रधान रानी गहलावत व महासचिव हरिनिवास के नेतृत्व में मिशन निदेशक एनएचएम से मिलने पहुंचा। परंतु मिशन निदेशक ने तीन घंटे तक प्रतिनिधिमंडल को बाहर बैठाए रखा।
विरोधस्वरूप राज्य भर से पहुंचे सभी जिलों के पदाधिकारी निदेशक के कार्यालय के समक्ष ही मौन धारण कर बैठ गए। परंतु एक घंटे बाद सब्र का बांध टूट गया और कर्मचारियों ने सरकार व मिशन निदेशक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एमपीएचई एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मांगों का ज्ञापन देने आया था। लगभग सायं 3 बजे पुलिस प्रसाशन के हस्तक्षेप के बाद निदेशक ने खुद ज्ञापन लेने की बजाए उप निदेशक की ड्यूटी लगाई। एमपीएचई एसोसिएशन ने अपना कड़ा विरोध दर्ज करवाते हुए जहां ज्ञापन सौंपा वहीं 28 जून को कैथल में आपात बैठक बुलाने की घोषणा भी कर दी जिसमें अगले आंदोलन का एेलान किया जाएगा।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव सतीश सेठी ने सरकार से जहां फिक्स वेतन करने के फैसले को फ़ौरन रद्द करने की मांग की। प्रदर्शन को एसकेएस के जिला साचिव विजय पाल, बिजली कर्मियों के नेता मनजीत सिंह, नगरपालिका कर्मचारी संघ के प्रधान जोगिंदर सिंह, अध्यापक संघ के प्रधान पीताम्बर मोहन के अलावा एमपीएचई एसोसिएशन की राज्य वरिष्ठ उपप्रधान पाल कौर, कुरुक्षेत्र से सुभाषवती व प्रवीण कुमारी, अम्बाला से प्रीति व रणधीर सिंह, सोनीपत से सहदेव व दिनेश कुमार हिसार के अनिल गोयत व मनदीप राठी, करनाल से लाजवंती, पानीपत से सुरेश कटारिया व पंचकूला से संदीप सिंह ने भी सम्बोधित किया।