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कालोनी वासियों को एक-एक मरला जमीन देने का प्रस्ताव : मेयर

पंचकूला नगर निगम की बजट बैठक 10 को

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Mayor Kulbhushan Goyal addresses a press conference regarding budget of Municipal Corporation at his office in Panchkula on Thursday. TRIBUNE PHOTO: RAVI KUMAR
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एस. अग्निहोत्री/ हप्र

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पंचकूला 6 मार्च

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नगर निगम की 10 मार्च को बजट और विकास कार्यों को लेकर बैठक होगी। बैठक में शहर में बनी कालोनियों को पक्का करने के लिए प्रस्ताव लाया जा रहा है। सरकार की 20 साल की पालिसी में वर्ष 2004 के रेट के अनुसार राजीव, इंदिरा, खड़क मंगोली, गांधी कलोनी में एक मरला के प्लॉट देने का प्रस्ताव रखा जाएगा। पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल ने बृहस्पतिवार को बताया कि पंचकूला शहर में बहुत सी कालोनियां बसी हुई हैं। जिसमें राजीव कॉलोनी, इंदिरा कॉलोनी, खड़क मंगोली व गांधी कॉलोनी मुख्य हैं। इन कालोनियों में जो लोग वहां पर 20 सालों से ज्यादा रह रहे हैं, को सरकार की नई पॉलिसी के अनुसार 2004 के कलेक्टर रेट के आधार पर एक मरले के प्लाट दिये जाने और बाकी को वहां से उठा देने का प्रस्ताव है। गांव सकेतड़ी के पास मानव कालोनी बसी हुई है और उसे हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने अधिग्रहण कर रखा है। उस कॉलोनी को अधिग्रहण से मुक्त किया जाएगा और कालोनी में सभी मूलभूत सुविधाएं दी जाएंगी। गांव बीड़-घग्गर में हजारों लोगों द्वारा वन विभाग की जमीन पर घर बनाए गए हैं, जो 20 साल से ज्यादा पुराने हैं। इसे भी सरकार की नयी पोलिसी के अनुसार 2004 के कलेक्टर रेट के आधार पर एक मरले के प्लाट दे दिये जाने की याेजना है। पंचकूला शहर में 4 आशियाना सेक्टर 20, 26 व 28 और अभयपुर में बसे हुए हैं तथा इनका रख रखाव जैसे बाहरी पेंट, सड़कों का कार्य, पार्कों का कार्य, बाउंडरी पॉल की रिपेयर आदि कार्य हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा नहीं किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि इसलिए इन आशियाना को नगर निगम पंचकूला को ट्रांसफर कर दिया जाए और ये सभी कार्य वहां पर करवा दिये जाएं। उन्होंने कहा कि पीएमडीए को एजुकेशन सिटी बनाने के लिए गांव चंडीमंदिर में 100 एकड़ जमीन एजुकेशन सिटी/यूनिवर्सिटी बनाने के लिए ट्रांसफर कर दी जाए। गांव कोट के अन्दर नंदीशाला का निर्माण हुआ था, जिसकी लीज अवधि 10 साल के लिए बढ़ा दी जाए।

साढ़े चार साल बाद खुली मेयर की नींद, अब याद आए काम: रॉवल

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता व जिला कनवीनर रविंद्र रॉवल ने कहा कि निगम के चुनाव को साढ़े चार साल हो चुके हैं। मेयर पिछले साढ़े चार साल से शहर का विकास करवाने में बुरी तरह असफल रहे हैं। साढ़े चार साल बाद मेयर की नींद विकास कार्यों के लिए खुली है । अब उन्हें कालोनी व गांव वालों की समस्याएं दिख रही हैं। रॉवल ने कहा कि इससे पहले ट्रिपल इंजन की सरकार 11 साल से प्रदेश में है और मेयर अब तक पंचूकला शहर के लिए कुछ भी करने में नाकाम रहे हैं। नगर निगम के चुनाव सिर पर हैं। इसलिए मेयर को विकास कार्यों की याद आ रही है। भाजपा नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर बनाने में भी नाकाम रही है।

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