पिंजौर (निस) : संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी के 645वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में पिंजौर की तीनों गुरु रविदास सभाओं ने साझा विशाल शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा में गुरु जी की भव्य पालकी को मुख्यतिथि जजपा जिलाध्यक्ष भाग सिंह दमदमा ने झंडी दिखाकर रवाना किया। भाग सिंह दमदमा ने कहा कि बहुत ही सरल स्वभाव के गुरू रविदास ने दुनिया को आडंबर छोड़ कर मन की पवित्रता पर बल दिया। उन्होंने जाति प्रथा, ऊंच-नीच से ऊपर उठकर समाज को एक सूत्र में बांधने का काम किया। शोभायात्रा गुरु रविदास मंदिर नालागढ़ रोड से आरंभ होकर मानकपुर, हुडा सेक्टर, सूरजपुर, एचएमटी, मल्लाह मोड़, मेन बाज़ार से होते हुए गुरु रविदास मंदिर बिटना जाकर संपन्न हुई। आयोजन समिति चेयरमैन दयानंद बड़गुजर, सभा चेयरमैन जतिंद्र कुमार, चेयरमैन ईश्वर राम खुल्लर, तीनों सभाओं के अध्यक्ष बलबीर सिंह मुंडे, कुलवंत कुमार, ओम प्रकाश भुक्कल, जयसिंह, पवन कुमार, रंजीत सिंह, बलबीर गुरे, राजेश बिहटा, सुरेन्द्र नंबरदार, निर्मल नानकपुर, विशंभर पाठक, राजेश छाबड़ा, राजेंद्र लेही, प्रदीप, उपेंद्र दुबे, मदन, जीतू झंडा सहित भारी संख्या में महिलाओं, बच्चों ने भी भाग लिया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।