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PGI चंडीगढ़ को मिला नया सुरक्षा को कवच : पीजीआई में 287 पूर्व सैनिकों ने संभाली सुरक्षा की जिम्मेदारी

अब संस्थान में एक हजार हुई सुरक्षा कर्मियों की संख्या
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PGI Chandigarh पीजीआई चंडीगढ़ ने शनिवार को सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ा और ऐतिहासिक सुधार करते हुए 287 पूर्व सैनिकों को सुरक्षा विभाग में शामिल किया। सेना के इन अनुशासित और प्रशिक्षित जवानों के जुड़ने से संस्थान का सुरक्षा बल अब 1,000 कर्मियों तक पहुंच गया है। यह कदम न केवल संस्थान की सुरक्षा को नई मजबूती देगा, बल्कि मरीजों, परिजनों और स्टाफ के लिए अधिक सुरक्षित और संवेदनशील वातावरण तैयार करेगा।

निदेशक प्रो. विवेक लाल ने एनआईएनई सभागार में आयोजित समारोह के दौरान कहा कि पूर्व सैनिकों के जुड़ने से पीजीआई अपने उस लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, जहां सुरक्षा, अनुशासन और सेवा भाव साथ-साथ चलें। ये जवान संस्थान में न केवल व्यवस्था की मजबूती लाएंगे, बल्कि भरोसे और तत्परता की नयी परंपरा स्थापित करेंगे।’

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समारोह में सभी 287 सुरक्षा कर्मी वर्दी में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपनिदेशक (प्रशासन) पंकज राय, वित्त सलाहकार रविंदर सिंह, कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अशोक कुमार, और अस्पताल प्रशासन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रंजीत पाल सिंह भोगल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। उपनिदेशक पंकज राय ने कहा कि ‘इतने विशाल और जटिल चिकित्सा संस्थान की अखंडता बनाए रखने के लिए सुरक्षा सबसे बुनियादी स्तंभ है। पूर्व सैनिकों की तैनाती हमारे मरीजों और स्टाफ को निश्चिंतता और सम्मान का माहौल देगी।’

300 अतिरिक्त सुरक्षा पदों को मिली मंजूरी : प्रो. विवेक लाल

प्रो. लाल ने बताया कि इन पूर्व सैनिकों की भर्ती पीईएसको के माध्यम से की गई है। उन्होंने कहा कि इनकी निष्ठा, सतर्कता और संकट प्रबंधन कौशल पीजीआई को राष्ट्रीय स्तर पर एक मानक संस्थान बनाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि स्थायी वित्त समिति ने हाल ही में 300 अतिरिक्त सुरक्षा पदों को मंजूरी दी है, जो जनवरी 2026 तक खुलने वाले न्यूरोसाइंसेज सेंटर और मदर एंड चाइल्ड सेंटर के संचालन से पहले नियुक्त किए जाएंगे।

 

 

 

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