मोरनी, 24 नवंबर (निस)
जिला योजनाकार विभाग, पंचकूला ने मंगलवार को मोरनी क्षेत्र के कुछ भवनों व व्यावसायिक इमारतों को तोड़ने के नोटिस चिपकाए। इसके विरोध में स्थानीय लोग खेड़ाबागड़ा में बैठक करके इस कार्रवाई को रोकने के लिए एकत्रित हुए। इसकी सूचना पाकर कालका एसडीएम राकेश संधु व मोरनी चौकी प्रभारी मान सिंह भी मौके पर पहुंचे।
उन्होंने लोगों से कोरोना के समय को देखते हुए इस प्रकार के प्रदर्शन से दूर रहने की भी अपील की। लेकिन स्थानीय लोगों ने कहा कि वे वन व डीटीपी विभाग की लगातार तोड़फोड़ से परेशान हैं। हालांकि आज होने वाली कार्रवाई डीटीपी द्वारा टाले जाने पर लोगों ने राहत की सांस ली लेकिन परन्तु भविष्य में होने वाली संभावित कार्रवाई से लोग नाराज दिखे और सरकार से मोरनी एरिया में कंट्रोल्ड एरिया एक्ट हटाने, नोतोड़ की समस्या का समाधान करने तथा शेड्यूल रो एक्ट हटाने की मांग की। इन्हीं मुद्दों पर अगली रणनीति बनाने के लिए कल 25 नवंबर को बेहलों मंदिर में क्षेत्र के लोगों की एक मीटिंग बुलाई गई है।
इस मौके पर रमेश शर्मा मांधना, खुशहाल परमार सहित लोगों ने कहा कि यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तो इस क्षेत्र को हिमाचल प्रदेश में मिलाने की मांग करेंगे। मौके पर कमलदीप सिंह चेयरमैन बीडीसी मोरनी, माम चन्द भंवरा सरपंच, रणबीर सिंह सरपंच, केसर सिंह आदि उपस्थित रहे।