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सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में मरीज रहे परेशान

डाक्टरों की हड़ताल का असर
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हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की एक्शन कमेटी द्वारा घोषित दो दिन की हड़ताल का असर सोमवार सुबह से ही पंचकूला जिला के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में दिखाई दिया। इस दौरान ओपीडी सेवा में पहुंचे मरीजों को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। पंचकूला सिविल अस्पताल सेक्टर 6 में सुबह से ही ओपीडी के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग गईं, जबकि कई वार्ड डाक्टरों के अभाव में खाली नजर आए। इस दौरान सिविल अस्पताल के साथ साथ अर्बन हेल्थ सेंटर सेक्टर-16 और सेक्टर-26, पीएचसी और सीएचसी, मोरनी सहित अन्य केंद्रों में डॉक्टर हड़ताल पर रहे, जिससे मरीजों की जांच और इलाज में देरी होगी। डॉक्टर सुबह से ही सिविल अस्पताल की यूरोलॉजी, हड्डी, आंख, ईएनटी, गायनी, सर्जरी, स्किन, कैंसर, मनोरोग और बच्चों की ओपीडी में नहीं बैठे।

एसोसिएशन के राज्य प्रधान डॉ. राजेश ख्यालिया ने बताया कि सरकार द्वारा डायरेक्ट एसएमओ भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसे वे गलत तरीके से कर रहे हैं। इसका विरोध करते हुए जिले में तैनात 206 डॉक्टर हड़ताल में भाग लेंगे। पंचकूला के सीएमओ डॉ. मुक्ता कुमार ने बताया कि हड़ताल के दौरान आयुर्वेदिक और एनएचएम डॉक्टरों के माध्यम से ओपीडी सेवा जारी रहेगी। इसके अलावा, कंसलटेंट डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। हड़ताल से कालका, पिंजौर, मोरनी, बरवाला और रायपुररानी के मरीज भी प्रभावित होंगे। अस्पताल प्रशासन ने हालात संभालने के लिए मुलाना मेडिकल कालेज से डाक्टर बुलाए, लेकिन उनकी सेवाएं सीमित दायरे में ही रहीं।

 

 

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