‘मध्य प्रदेश में कृषि आधारित मॉडल स्थापित करेगा पतंजलि’
चंडीगढ़, 23 अप्रैल (ट्रिन्यू)
पतंजलि योगपीठ मध्य प्रदेश में बंजर भूमि पर नयी तकनीक और संसाधन के जरिये कृषि आधारित मॉडल स्थापित करेगा। इस दिशा में जिला मऊगंज की बंजर और ऊसर भूमि पर पहले काम होगा।
पिछले दिनों मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और विभाग के अन्य अधिकारियों ने मऊगंज स्थित उक्त भूमि की रजिस्ट्री की कॉपी का स्थानांतरण पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण के माध्यम से पतंजलि को किया। आचार्य ने मऊगंज के डीएम संजय कुमार जैन के साथ भूमि का निरीक्षण कर भावी योजनाओं पर चर्चा की।
इस मौके पर बालकृष्ण ने बताया कि पतंजलि ने विंध्य क्षेत्र के लिए औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन के तहत राज्य में किसानों की समृद्धि बढ़ाने, रोजगार के अवसर पैदा करने और क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक व्यापक और समग्र योजना विकसित की है। योजना का उद्देश्य न केवल आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है, बल्कि स्थानीय समुदायों के बीच जागरूकता और कौशल विकास को भी बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि यह अभिनव पहल राज्य में कृषि आधारित मॉडल स्थापित करेगी, जिसमें फसल विविधीकरण, प्रशिक्षण केंद्र, बीज इकाइयां, प्राथमिक प्रसंस्करण इकाइयां शामिल रहेंगी, ताकि किसानों को बेहतर संसाधनों और तकनीकी सहायता प्रदान की जा सके। नयी प्रक्रिया के जरिये कीटनाशकों, रासायनिक उर्वरकों और अत्यधिक पानी के उपयोग पर किसानों की निर्भरता कम हो जाएगी, जिससे उनकी उत्पादन लागत में कमी आएगी और वे अधिक स्थायी कृषि प्रथाओं को अपनाने में सक्षम होंगे। इस अवसर पर आरओ एमपीआईडीसी लिमिटेड, रीवा के कार्यकारी निदेशक यूके तिवारी, महाप्रबंधक नवेंदु शुक्ला तथा एक्सीक्यूटिव इंजीनियर केके गर्ग आदि उपस्थित रहे।