नगर संवाददाता
चंडीगढ़/पंचकूला, 24 जून
पंजाब सरकार से नौकरी की मांग करते आ रहे पैरालंपिक खिलाड़ियों का आज सब्र जवाब दे गया। चंडीगढ़ में दर्जनों मैडल जीत चुके इन खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के घर का घेराव करते हुए जोदार प्रदर्शन किया। कई खिलाड़ी सड़क पर लेट गए। जब वे बैरिकेड के आगे बढ़े तो पुलिस ने जबरदस्ती करते हुए उठा कर पुलिस गाड़ी में डाल कर थाने पहुंचाया। इन खिलाड़ियों में पंजाब के सबसे बड़े खेल अवार्ड महाराजा रंजीत सिंह अवार्ड लेकर पहुंचे पैरा एथलीट संजीव कुमार, पैरा एथलीट वीणा अरोड़ा, पैरा लिफि्टिंग में वर्ल्ड चैंपियन कुलदीप सिंह समेत 40 से अधिक खिलाड़ी मैडलों के साथ आए थे।
सीएम आवास के बाहर अपने हाथों में दर्जनों अवार्ड और मैडल वापस करने की मांग कर रहे खिलाड़ियों का कहना था कि सरकार उनकी एक भी मांग नहीं मान रही। इन पैरा खिलाड़ियों को आम आदमी पार्टी के विधायक और युवा विंग के अध्यक्ष मीत हेयर अपने साथ लेकर सीएम आवास के पास लेकर गए थे। इन खिलाड़ियों ने कहा कि सरकार की ओर से आश्वासन के बाद भी नौकरी और सहायता नहीं दी जा रही है जिससे वे परेशान होकर रह गए हैं। इंटरनेशनल-नेशनल पैरा खिलाड़ियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर थाने पहुंचाया। महाराजा रंजीत सिंह अवार्ड लेकर पहुंचे संजीव कुमार का कहना था कि उन्हें प्रदेश सरकार ने अब तक ना तो मुआवजा दिया और न ही नौकरी देने के लिए उन्हें कभी बुलाया गया। उन्हें सरकार से सिर्फ आश्वासन ही मिला। संजीव अब तक 20 खेलों में कई गोल्ड मैडल जीत चुके हैं। इसी तरह एथलीट वीणा का कहना था कि वे आज सीएम को अपने मैडल वापस करने के लिए आए हैं। सरकार के आश्वासनों ने उन्हें परेशान कर रखा है।
पैरा एथलीट का टूटा मैडल
पैरा चैंपियन कुलदीप सिंह भी प्रदर्शन में शामिल हुए। वे खिलाड़ियों की मांगों के समर्थन में अपने मैडल वापस करने के लिए आए थे। बैरिकेड के आगे बढ़े तो उनका मैडल टूट गया। उन्होंने यह मैडल नेशनल गेम्स में जीता है। यह देखकर कई खिलाड़ी सड़क पर लेट गए थे। पुलिस ने जबरदस्ती उन्हें वहां से उठाया और थाने पहुंचाया।
पुलिस ज्यादती पर सीएम ने मांगी माफी
उधर, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पैरा खिलाड़ियों के रोष प्रदर्शन के दौरान पुलिस की ज्यादती पर उनसे माफी मांगी है। कैप्टन ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए खिलाड़ियों से बात की और कहा कि उन्होंने जिस तरह से देश और पंजाब का नाम उंचा किया है उसके लिए उन्हें नौकरी और हक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खेल विभाग को इस बारे में कह दिया गया है।