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ऑर्थोग्नैथिक सर्जरी कार्यशाला से मिली नयी मुस्कान: जबड़े की सर्जरी से बदलेंगी जिंदगी

विवेक शर्मा/ट्रिन्यू चंडीगढ़, 6 मार्च क्या आप जानते हैं कि जबड़े की बनावट केवल चेहरे की सुंदरता ही नहीं, बल्कि खाने, बोलने और सांस लेने की क्षमता को भी प्रभावित करती है? यह अहम जानकारी पीजीआई चंडीगढ़ के ओरल हेल्थ...
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विवेक शर्मा/ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 6 मार्च

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क्या आप जानते हैं कि जबड़े की बनावट केवल चेहरे की सुंदरता ही नहीं, बल्कि खाने, बोलने और सांस लेने की क्षमता को भी प्रभावित करती है? यह अहम जानकारी पीजीआई चंडीगढ़ के ओरल हेल्थ साइंसेज सेंटर (OHSC) में आयोजित ऑर्थोग्नैथिक सर्जरी पर कार्यशाला में सामने आई।

इस कार्यशाला में विशेषज्ञ व्याख्यान, हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग और लाइव सर्जरी डेमोंस्ट्रेशन के जरिए प्रतिभागियों को जबड़े और चेहरे की विकृतियों के सुधार की अत्याधुनिक तकनीकों से अवगत कराया गया। कार्यशाला का उद्घाटन पीजीआई के निदेशक प्रो. विवेक लाल ने किया और उन्होंने चिकित्सा विज्ञान के निरंतर विकास के बारे में बताया। प्रो. लाल ने कहा कि ऑर्थोग्नैथिक सर्जरी केवल सौंदर्य सुधार के लिए नहीं, बल्कि बेहतर जीवन जीने के लिए भी आवश्यक है।

ऑर्थोग्नैथिक सर्जरी का महत्व

विशेषज्ञों ने बताया कि जबड़े की असामान्य बनावट वाले मरीजों को दांतों की सही बैठत, चबाने में परेशानी, साँस लेने में तकलीफ और बोलने में समस्या होती है। ऐसे मरीजों के लिए ऑर्थोग्नैथिक सर्जरी एक वरदान साबित हो सकती है, जिससे न केवल उनका चेहरा बल्कि जीवन की गुणवत्ता भी सुधर सकती है।

विशेषज्ञों की टीम और लाइव सर्जरी

कार्यशाला में देश के दिग्गज विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:

डॉ. एस.पी. सिंह (प्रसिद्ध ऑर्थोडॉन्टिस्ट) और उनकी टीम

प्रो. विद्या रतन (ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जन)

डॉ. सतनाम जॉली

डॉ. ज्ञान रंजन साहू

इन विशेषज्ञों ने ऑर्थोग्नैथिक सर्जरी की नवीनतम तकनीकों, प्लानिंग और प्रैक्टिकल अप्रोच पर चर्चा की। कार्यशाला में एक लाइव सर्जरी भी कराई गई, जिसमें प्रतिभागियों ने सर्जरी की बारीकियों को नजदीक से देखा।

सर्जरी से कैसे बदलती है जिंदगी?

प्रो. विद्या रतन ने बताया कि ऑर्थोग्नैथिक सर्जरी केवल चेहरे की सुंदरता सुधारने के लिए नहीं, बल्कि मरीज की समग्र जीवन गुणवत्ता को सुधारने के लिए की जाती है। सही जबड़े के साथ व्यक्ति बेहतर चबा सकता है, स्पष्ट बोल सकता है और आराम से सांस ले सकता है।

प्रतिभागियों का उत्साह और प्रशिक्षण के अनमोल अवसर

कार्यशाला में ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जनों, ऑर्थोडॉन्टिस्ट, पीजी छात्रों और डेंटल प्रोफेशनल्स ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने न केवल विशेषज्ञों से सीखा, बल्कि हाथों-हाथ ट्रेनिंग और केस स्टडीज से भी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कीं।

क्या खास रहा इस कार्यशाला में?

लाइव सर्जरी के जरिए प्रतिभागियों ने वास्तविक केस हैंडलिंग देखी।

विशेषज्ञों ने जबड़े की सर्जरी के नए तरीके बताए।

प्रतिभागियों को अपने सवालों के जवाब और हाथों-हाथ ट्रेनिंग मिली।

इस कार्यशाला ने ना केवल चिकित्सा क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों से परिचय कराया, बल्कि प्रतिभागियों को अधिक दक्षता के साथ सर्जरी के जटिल पहलुओं को समझने का अवसर भी प्रदान किया।

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