पंचकूला, 7 सितंबर (हप्र)
चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे की प्राइम लोकेशन पर स्थित एचएमटी पिंजौर फैक्टरी की खाली जमीन पर हरियाणा सरकार द्वारा स्थापित की गई एप्पल मंडी में व्यापारियों और किसानों के नहीं पहुंचने पर शिवालिक विकास मंच प्रदेश अध्यक्ष विजय बंसल ने सरकार पर जमकर प्रहार करते हुए एप्पल मंडी निर्माण का सरकार का फैसला गलत करार दिया है।
बंसल ने कहा कि विगत अक्तूबर 2016 में केंद्र सरकार द्वारा गैर योजनाबद्ध तरीके से एचएमटी ट्रैक्टर पिंजौर यूनिट को बंद करने के निर्णय से पिंजौर कालका क्षेत्र के लगभग एक लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं। ट्रैक्टर यूनिट के साथ पूरे जिला पंचकूला और मोहाली पंजाब तक की लगभग 400 लघु उद्योग पूरी तरह से बंद हो गए, हजारों एचएमटी कर्मचारियों पर निर्भर हजारों मजदूरों, दुकानदारों, व्यापारियों का कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है। उन्होनें कहा कि यहां पंचकूला मार्केट कमेटी ने प्रदेश की अन्य मार्केट कमेटियों से 8 प्रतिशत ब्याज पर 47 करोड़ रुपए का ऋण लेकर एप्पल मंडी का निर्माण कर दिया है। अब इस मंडी में ना तो व्यापारी आ रहे हैं न ही किसान आ रहे हैं जिससे मार्केट कमेटी को कोई इनकम नहीं हो रही है अब मार्केट कमेटी के पास उसके द्वारा लिए गए ऋण का ब्याज चुकाने के लिए भी पैसे नहीं है।
बंसल ने कहा कि भाजपा सरकार ने यहां एप्पल मंडी लगने के बाद 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने का दावा किया था जो अब पूरी तरह से गलत साबित हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री भारत सरकार, और उद्योग मंत्री हरियाणा सरकार और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को ज्ञापन भेज कर सन 1962 में औद्योगिक प्रयोग के लिए गांव मिल्क और मोहब्बतपुर की अधिग्रहण की गई जमीन पर बनी हुई एचएमटी ट्रैक्टर यूनिट को दोबारा से चलाने की मांग की और खाली पड़ी जमीन पर अन्य उद्योग लगाने, साथ ही एचएमटी की 78 एकड़ भूमि पर बिना सीएलयू के केवल औद्योगिक प्रयोग के लिए अधिग्रहण की गई जमीन को खुर्दबुर्द कर एप्पल मंडी बनाने के गलत निर्णय की जांच करवाने की भी मांग की है और एचएमटी के औद्योगिक ट्रेनिंग सेंटर को तकनीकी विश्वविद्यालय का दर्जा देने की भी मांग की गई है।