आदित्य शर्मा
चंडीगढ़/पंचकूला, 22 जून
चंडीगढ़ में कोरोना के केसों में लगातार आ रही कमी को देखते हुए प्रशासन शहर के हालात जल्द सामान्य करने की कोशिशें कर रहा है। कोविड केसों के गंभीर परिणामों को भुगत चुके शहरी लोगों को और राहत देते हुए प्रशासन ने लाॅकडाउन के कई नियमों में छूट देने का फैसला किया है। मंगलवार को वार रूम की बैठक में प्रशासक ने दुकानदारों को राहत देते हुए दुकानें खोलने के समय में और छूट दी। दुकानदार अब सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक अपनी दुकानें खोल सकेंगे। वहीं, नाइट कर्फ्यू का समय रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा। शहर के रेस्टोरेंट और बार सुबह 10 बजे से रात 10 30 बजे तक खोले जाएंगे। हालांकि, रेस्टोरेंट और बार मालिकों को कोविड नियमों के मद्देनजर 50 प्रतिशत लोगों को ही बैठाने की अनुमति होगी। कोविड काल में अंतिम संस्कार और विवाह समारोहों में मौजूद लोगों की संख्या को घटाकर 10 कर दिया गया था। मगर हालातों में सुधार देखते हुए प्रशासन ने लोगों की संख्या 30 से बढ़ाकर अब 50 कर दी है। यानी 50 लोग ही ऐसे मौकों पर एकत्रित हो सकेंगे। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसे विशेष नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। चंडीगढ़ में रह रहे बुजुर्ग जो वैक्सीनेशन सेंटर जाने में असमर्थ हैं ऐसे लोगों को स्वास्थ्य विभाग घर पर ही वैक्सीन की डोज देगा।
वार रूम की बैठक में प्रशासक ने ये आदेश दिए कि जो वरिष्ठ नागरिक या गंभीर बीमारी से पीड़ित पेशेंट सेंटर में वैक्सीन लेने के लिए नहीं आ सकेंगे उन्हें घर पर ही वैक्सीनेशन दी जाए। इसके लिए डाक्टरों की टीमें घरों का दौरा करेंगी।
सुखना में 50 प्रतिशत लोग कर सकेंगे बोटिंग
कोविड की वजह से लंबे समय से बंद पड़ी सुखना लेक का लोग अब खुलकर नजारा ले सकेंगे। मगर इस बीच कोविड नियमों का भी ख्याल रखना होगा। वार रूम की बैठक में प्रशासक ने इस बात पर विशेष बल दिया कि सुखना झील पर केवल 50 प्रतिशत लोग बोटिंग कर सकेंगे और उन्हें मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग पर खास ध्यान देना होगा।
परिदा ने बटोरी वाहवाही
प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा की मंगलवार को चंडीगढ़ में वार रूम की आखिरी बैठक रही। बैठक में प्रशासक वीपी सिंह बदनोर समेत गृह सचिव अरुण कुमार, डीसी मंदीप बराड़ और डीजीपी संजय बेनिवाल के अलावा डाक्टरों ने मनोज परिदा के कार्यों की सराहना की। वहीं, मनोज परिदा ने शहर में अपने अनुभवों के बारे में साझा करते हुए कहा कि लोगों के सहयोग की भावना ने उन्हें हमेशा प्रेरणा दी है।