चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : राजकीय कॉलेज योग शिक्षा एवं स्वास्थ्य, चंडीगढ़ और हरियाणा योग आयोग चंडीगढ़ द्वारा संयुक्त रूप से कोविड-19 के बाद के लक्षणों के प्रबंधन में योग और प्राकृतिक चिकित्सा की भूमिका पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुक्रवार को सम्पन्न हो गया। सम्मेलन के दूसरे दिन हुए मुख्य अतिथियों में सचिव, शिक्षा विभाग, यूटी प्रशासन चंडीगढ़ सतप्रीत सिंह गिल, डायेरक्टर स्कूल एंड हायर एजुकेशन, चंडीगढ़ डॉ पल्लिका अरोड़ा, हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डॉ जयदीप आर्य, राजकीय योगा कॉलेज की प्राचार्या डॉ सपना नंदा, पीजीआई चंडीगढ़ के प्रो डॉ अक्षय आनंद आदि शामिल थे। कार्यक्रम में राजकीय योगा कॉलेज चंडीगढ़ की वार्षिक पत्रिका ‘कलश’ का विमोचन भी किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ जयदीप आर्य ने कहा कि हरियाणा में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के प्रेक्टिस के लिए शीघ्र ही रजिस्ट्रेशन शुरू किया जायेगा।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।