स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में मोहाली की फज़ीहत
पंजाब का सबसे स्वच्छ शहर कहलाने वाला मोहाली इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में न केवल राज्य के शीर्ष दस शहरों से बाहर हो गया, बल्कि राष्ट्रीय रैंकिंग में भी पिछड़ते हुए 81वें स्थान से फिसलकर 128वें स्थान पर पहुंच गया है। इस भारी गिरावट की प्रमुख वजह पिछले करीब डेढ़ साल से डंपिंग ग्राउंड का बंद होना, जगह-जगह फैला कचरा और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की बदहाली बताई जा रही है। हालांकि, और कौन-कौन से कारक इसके लिए जिम्मेदार हैं, इसका खुलासा भी जल्द होने की उम्मीद है।
इस मुद्दे पर मोहाली नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने आम आदमी पार्टी की सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मोहाली नगर निगम को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है क्योंकि डंपिंग ग्राउंड पिछले डेढ़ साल से बंद पड़ा है और गमाडा द्वारा नई साइट उपलब्ध नहीं करवाई जा रही। उन्होंने बताया कि मोहाली से रोज़ाना करीब 100 टन कचरा निकलता है, जबकि उतना ही कचरा बलौंगी, बड़ माजरा, टीडीआई सिटी और गमाडा के सेक्टरों से भी मोहाली आता है। ऐसे में जब गमाडा न तो कचरे की डंपिंग के लिए जगह दे रहा है और न ही निगम का 34-35 करोड़ रुपये का बकाया दे रहा है, तो फिर नगर निगम के पास कोई रास्ता नहीं बचता। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि जो शहर पिछले साल पंजाब में पहले स्थान पर था, वह इस बार ग्यारहवें स्थान पर आ गया है।
इस मुद्दे पर जिला अकाली दल मोहाली के प्रधान परविंदर सिंह सोहाना ने कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायक कुलवंत सिंह और नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू दोनों ही मोहाली की इस फजीहत के लिए समान रूप से जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब की मिनी राजधानी माने जाने वाले मोहाली शहर का सर्वेक्षण में इस कदर पिछड़ जाना पूरे शहर के लिए शर्मनाक है। विधायक और मेयर को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और मोहाली को सफाई के मामले में फिर से अग्रिम पंक्ति में लाने के प्रयास करने चाहिए ताकि लोगों को इतनी शर्मिंदगी न उठानी पड़े। इस मामले पर संपर्क करने पर मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि मोहाली के मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू हर मोर्चे पर विफल साबित हुए हैं, विशेषकर सफाई व्यवस्था के मामले में। उन्होंने कहा कि नैतिक आधार पर मेयर को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मेयर न तो अपने कार्यालय से बाहर निकलते हैं और न ही शहर में हो रहे कार्यों पर कोई निगरानी रखते हैं, जिसकी वजह से शहर की हालत इतनी खराब हो गई है।
( कुलदीप सिंह )