Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार किये तीन साइबर ठग

आराेपियों से 21 लाख नकद, कार, कैश गिनने वाली मशीन व पांच मोबाइल बरामद

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
मोहाली में बृहस्पतिवार को साइबर ठगों के बारे में मीडिया को जानकारी देते एसएसपी दीपक पारीक। -हप्र
Advertisement

मोहाली, 3 अप्रैल (हप्र)

साइबर धोखाधड़ी गतिविधियों से जुड़े तीन साइबर ठगों को मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी गुजरात से संबंध रखते हैं। आरोपियों को ट्राईसिटी क्षेत्र में अलग-अलग जगहों से काबू किया गया। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक शिकायतकर्ता ने यह कहते हुए साइबर पुलिस को शिकायत दी कि उससे एक धोखाधड़ी वाली मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से ठगों ने शेयरमार्केट में निवेश के बहाने 15 लाख रुपये ठगे हैं। आरोपियों की पहचान पटेल पियूष कुमार, निवासी ग्रेटर कोलावाडा आरएस मेहसाणा गुजरात, नीरज भाई एच पटेल निवासी सी-79 दरांत काडी, मेहसाणा गुजरात व गोहिल निकुल कुमार, निवासी ग्रेटर कोलावाडज्ञ आर एस मेहसाणा, गुजरात के रूप में हुई है।

Advertisement

आरोपियों से 21 लाख रुपये नकद, एक कार, एक्टिवा, कैश गिनने वाली मशीन, पांच मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। आरोपी पकड़े जाने के डर से चंडीगढ़ में अलग-अलग जगह रह रहे थे। आरोपियों को चंडीगढ़ सेक्टर-51 से गिरफ्तार किया गया।

Advertisement

रोजाना इकट्ठा करते थे 70 से 80 लाख रुपये

पुलिस पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपियों ने खुलासा किया कि वे पिछले तीन साल से इस संगठित साइबर अपराध को चला रहे हैं। तीनों आरोपी ट्राईसिटी क्षेत्र चंडीगढ़, मोहाली व पंचकूला में रोजाना लगभग 70 से 80 लाख रुपये की नकदी इकट्ठी कर रहे थे। आरोपियों ने एक मकान सेक्टर-22 चंडीगढ़ में ले रखा था जहां से वे ऑपरेट करते थे। उक्त आरोपियों में से एक के खिलाफ गुजरात में जुआ एक्ट की धाराओं के तहत भी मामला दर्ज है।

रोड अफैक्स एप के माध्यम से मारते थे ठगी

एसएसपी दीपक पारीक ने बताया कि आरोपियों ने रोड अफैक्स से फर्जी एप बनाई थी। वे लोगों को शेयर मार्केट में पैसा लगाकर कम समय में दोगुना पैसा देने का लालच देकर फंसाते थे। गगनदीप सिंह नाम का व्यक्ति उनके चंगुल में फंसा था। आरोपियों ने उससे शेयरमार्केट में निवेश के नाम पर 15 लाख ठगे थे। जब उसने पैसे निकलवाने की कोशिश की तो ठगों ने अधिक फंड की मांग की। जब गगनदीप ने आगे निवेश करने में असमर्थता दिखाई तो उन्होंने उसे 5 लाख रुपये नकद देने का लालच दिया। बाद में न तो उसे नकदी मिली और न ही निवेश किया हुआ उसका पैसा।

Advertisement
×