पिंजौर, 2 मई (निस) :
कालका रेलवे स्टेशन के साथ लगते टकसाल रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर बलदेव कुमार की कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने पर यूआरएमयू और रेल कर्मियों ने रोष व्यक्त करते हुए रेल प्रशासन पर रेल कर्मियों को उचित मेडिकल सुविधाएं मुहैया न करवा पाने का आरोप लगाया है। यूआरएमयू मंडल अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि कालका रेलवे हॉस्पिटल में यदि पर्याप्त मेडिकल सुविधाएं होती तो स्टेशन मास्टर की मृत्यु ना होती। उन्होंने बताया कि आस्पताल में ऑक्सीजन की सुविधा नहीं है, न यहां रेल कर्मियों के लिए वैक्सीन लगाने की सुविधा है। यहां एक डॉक्टर, एक नर्स और दो फार्मेसिस्ट हैं जिनके सहारे चंडीमंदिर, सूरजपुर, कालका रेलवे स्टेशन, रेलवे वर्कशॉप, हिमाचल के टकसाल से लेकर सोलन तक के रेलवे स्टेशनों का स्टॉफ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कालका हॉस्पिटल पर ही निर्भर हैं। गत बुधवार को स्टेशन मास्टर की गंभीर हालत देखते हुए उन्हें पहले कालका सीएचसी फिर पंचकूला सिविल हॉस्पिटल रेफर कर दिया था लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि रेल कर्मियों को वैक्सीन के लिए अंबाला बुलाया जा रहा है जबकि लॉकडाउन में इतनी दूर आना-जाना संभव नहीं है।