आश्वासन के बाद मिल्क प्लांट कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन स्थगित, सांकेतिक धरना जारी रहेगा
मोहाली, 5 मार्च (निस)
मोहाली स्थित वेरका मिल्क प्लांट के कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन फिलहाल स्थगित कर दिया गया है, लेकिन सांकेतिक धरना जारी रहेगा।
कल एक दिन की हड़ताल के बाद मिल्कफेड और मिल्क प्लांट कर्मचारी यूनियन को प्रबंधन से आश्वासन मिला है कि अगले सप्ताह के भीतर सर्विस रूल से जुड़ी फाइल को मंजूरी दे दी जाएगी।
यूनियन के अध्यक्ष सतवंत सिंह ने बताया कि कर्मचारियों की मुख्य मांग पुराने सर्विस रूल को बहाल करना है। 2018 में मिल्कफेड ने पुराने नियमों को समाप्त कर सीटीसी (कॉस्ट-टू-कंपनी) मॉडल लागू कर दिया था, जिससे वेतन में कटौती और नौकरी की सुरक्षा पर खतरा पैदा हो गया। इस कारण 800 में से 600 से अधिक कर्मचारी नौकरी छोड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि 2018 से लगातार संघर्ष जारी है। 2023 में बोर्ड ने नए नियमों को रद्द कर 2013 के सर्विस रूल बहाल करने का प्रस्ताव पारित किया, लेकिन अब तक इसे लागू नहीं किया गया है।
उन्होंने प्रशासन पर केवल वादे करने और कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। इससे पहले, 5 अगस्त 2024 को धरना दिया गया था, जिसके बाद कर्मचारियों को 10 दिन में समाधान का आश्वासन दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 24 फरवरी 2025 को बोर्ड ने दोबारा प्रस्ताव पारित कर 28 फरवरी को संबंधित विभाग को भेजा, लेकिन 5 मार्च तक कोई फैसला नहीं आया।
अब रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसायटीज विमल कुमार सेतिया और मिल्कफेड के एचआर हेड जसबीर सिंह रियाड़ ने कर्मचारियों को एक हफ्ते में कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर अब भी समाधान नहीं हुआ तो दूध आपूर्ति पूरी तरह रोक दी जाएगी।