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दसवीं की मेरिट में लालड़ू की छात्रा ने बचाई जिले की लाज

कुलदीप सिंह/निस मोहाली), 16 मई पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा शुक्रवार को घोषित 10वीं कक्षा के नतीजों ने वीआईपी सिटी मोहाली को बड़ा झटका दिया है। जहां 12वीं के परिणामों में मेरिटोरियस स्कूल ने जिले की प्रतिष्ठा बढ़ाई थी, वहीं...
मोहाली के लालड़ू में शुक्रवार को परिवार और अध्यापकों के साथ जशनदीप कौर।
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कुलदीप सिंह/निस

मोहाली), 16 मई

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पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा शुक्रवार को घोषित 10वीं कक्षा के नतीजों ने वीआईपी सिटी मोहाली को बड़ा झटका दिया है। जहां 12वीं के परिणामों में मेरिटोरियस स्कूल ने जिले की प्रतिष्ठा बढ़ाई थी, वहीं अब 10वीं में लालड़ू क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल की छात्रा ने मेरिट सूची में स्थान बना मोहाली जिले की इज़्ज़त बचा  ली है।

लालड़ू के सरकारी हाई स्कूल राजू माजरा की जशनदीप कौर ने 650 में से 628 (96.62 प्रतिशत) अंक हासिल कर 22वां रैंक प्राप्त किया। जशनदीप कौर के पिता कारपेंटर का काम करते हैं और मां हाउसवाइफ है। वह कॉमर्स करके चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चहती है। हालांकि मोहाली शहर के किसी भी छात्र को मेरिट में स्थान नहीं मिल पाया है। यह स्थिति इसलिए और अधिक चिंता का विषय बन गई है क्योंकि मोहाली शहर के सरकारी स्कूलों में पंजाब के उच्च अधिकारियों और वीआईपी वर्ग की सिफारिश पर शिक्षक तैनात किए गए हैं। इसके बावजूद, शहर के स्कूल मेरिट में पिछड़ गए। इस बार मेरिट सूची में राज्य के 22 जिलों में मोहाली अंतिम स्थान पर रहा।

उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष सोहाना (मोहाली) की एक छात्रा ने मेरिट में स्थान बनाया था, लेकिन इस बार पूरे शहर में मेरिट से एकदम सूखा पड़ा है। आंकड़ों पर नज़र डालें तो इस वर्ष जिले से 8,960 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 8,659 छात्र पास हुए। जिले की पास प्रतिशत 96.64% रहा।

वीआईपी जिला, फिर भी शिक्षा में पिछड़ा

मोहाली को राज्य के मॉडल जिलों में गिना जाता है। यही वह जिला है जहां शिक्षा विभाग सबसे पहले नए शैक्षणिक कार्यक्रमों की शुरुआत करता है और फिर उन्हें अन्य जिलों में लागू किया जाता है। लगातार टीचरों की ट्रेनिंग भी होती है। सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों की तर्ज पर उन्नत किया गया है स्मार्ट क्लासरूम और बेहतर अधोसंरचना के साथ। आप सरकार ने मोहाली को विशेष फोकस ज़िला घोषित किया है, लेकिन फिर भी अपेक्षित नतीजे नहीं आए। विधायक कुलवंत सिंह ने कहा कि मोहाली शहर का एक भी छात्र मेरिट सूची में न आना बेहद अफसोसजनक है। मैं इस विषय में शिक्षा मंत्री से बात करूंगा और पता लगाया जाएगा कि कमी कहां रह गई। जहां ज़रूरत होगी, वहां सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।

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