पिंजौर, 3 सिंतबर (निस)
कालका के खेड़ा सीताराम निवासी हरिपाल को सड़क किनारे मिले अज्ञात नवजात बच्चे को गोद लेने की इच्छा जताई है। हरिपाल एक कूरियर कंपनी में डिलीवरी का काम करते हैं। गत 8 वर्ष पूर्व हुई शादी के बाद हरिपाल के पास कोई संतान नहीं है। हरिपाल ने कहा कि उन्हे तब हैरानी हुई जब प्रशासनिक अधिकारियों ने बच्चे को गोद लेने के लिए उसकी मासिक आय को नाकाफी बताया। शादी के कई वर्षों बाद भी उसकी पत्नी की गोद सूनी है, अज्ञात बच्चा उन्हें मिला तो मां की ममता छलक गई। उन्हें लगा कि भगवान ने शायद उनके लिए ही इस बच्चे को भेजा है लेकिन बच्चा गोद लेने के लिए बने कड़े नये नियम उनकी इच्छा के आड़े आ गए। पति-पत्नी दोनों मायूस हैं कि अधिकारियों से उन्हे ऐसी उम्मीद नहीं थी। हरिपाल ने कहा कि लावारिस हालत में बच्चा उन्हे मिला है इसलिए बच्चे पर पहला हक उनका बनता है वे उसे अपने बच्चे के समान अच्छी प्रकार से पालन-पोषण करेंगे।
बता दें कि बच्चे के रोने की आवाज सुनकर हरिपाल ने सड़क किनारे फेंके गये नवजात को लावारिस कुतों से बचाया। बच्चे के सिर पर छोटा सा घाव था। सूचना पर पुलिस ने बच्चे को कालका अस्पताल में भर्ती करवाया गया बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। बच्चे को गोद लेने की इच्छा कई अभिभावकों ने जताई है।