पिंजौर, 1 मई (निस)
सरकार द्वारा गत दिवस लॉकडाउन की घोषणा के बावजूद शनिवार को लगभग 300 रेल कर्मी और अधिकारी कोविड नियमों का उल्लघंन कर कालका रेलवे वर्कशॉप में ड्यूटी पर पहुंच गए। कालका सहित जिला पंचकूला में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर रेल प्रशासन द्वारा छुट्टी का एेलान न कर सैकड़ों कर्मियों को ड्यूटी पर बुलाया जिसका पता चलते ही कालका उपमंडल प्रशासन हरकत में आया और हस्तक्षेप कर तुंरत वर्कशॉप बंद करवाई। हैरानी की बात है कि लॉकडाउन के बावजूद रेल कर्मी मोहाली, पंचकूला, परवाणू हिमाचल, कालका, पिंजौर से समय पर ड्यूटी पर कैसे पहुंच गए। एनआरएमयू वर्कशॉप ब्रांच प्रधान प्रदीप कुमार, सचिव पुष्पिन्द्र शर्मा ने बताया कि 3 दिन पूर्व उन्होंने चीफ वर्क्स मैनेजर जगाधरी को ज्ञापन भेजकर कालका कारखाने में कोविड नियमों की पालना के लिए कालका के अधिकारियों को निर्देश देने और रेल कर्मियों को मास्क, सेनेटाईजर उपलब्ध करवाने और कर्मियों को उचित वर्कलोड देने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि रेल प्रशासन रेल कर्मियों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। कालका एसडीएम राकेश संधू से वर्कशॉप खुली होने के विषय में पूछा तो उन्होंने कहा वे पता करवाएंगे जिसके बाद एसडीएम की ओर से कार्यवाही शुरू हुई।
उधर कालका रेलवे वर्कशॉप एडब्ल्यूएम आनंद प्रकाश ने कहा कि मास्क आदि बनाने के कुछ जरूरी काम थे, लेकिन 11 बजे के बाद कर्मियों को घर भेज दिया गया।