जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 22 जून
भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने आज पंजाब विश्वविद्यालय के पिछले 22 दिन से आंदोलन कर रहे छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी लड़ाई अनुशासन व धैर्य के साथ लड़ें, कामयाबी अवश्य मिलेगी। उन्होंने किसानों के दिल्ली बार्डर पर पिछले 7 माह से चल रहे आंदोलन की सफलता का राज अनुशासन व धैर्य भी बताया। उन्होंने कहा कि अनुशासित आंदोलन कभी नहीं हारा करते बल्कि जहां भी हिंसा हुई वहां आंदोलन जल्द खत्म हो गये। किसान नेता ने कहा कि वे कुलपति से आग्रह करते हैं कि वे लॉकडाउन पीरियड को जीरो पीरियड घोषित करें और इस अवधि को रिसर्च या पढ़ाई में न गिना जाये। साथ ही इस पीरियड की फीस वगैरह भी माफ की जाये। एसएफएस, पुरसा, सोई, सोपू, एनएसयूआई, एएसए और पीएसयू ललकार लगातार मांग करते आ रहे हैं कि लैब और हॉस्टल खोले जायें। छात्रों के लिये मैस व कैंटीनें शुरू की जायें। धरने में भाकियू के तेगबीर सिंह, सुरजीत सिरसा, मनजीत सिंह, भाकियू क्रांतिकारी के सुरजीत सिंह फूल और मजदूर संगठन के शिव कुमार भी पहुंचे।
छात्रों पर हुए लाठीचार्ज व जोर-जबरदस्ती का विरोध करते हुए चढ़ूनी ने कहा कि भविष्य में छात्रों से कोई भी पंगा लिया तो वे पूरा हरियाणा जाम कर देंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका आंदोलन को लेकर कोई बड़ा रोडमैप तो नहीं है, 26 जून को किसान हरियाणा व पंजाब के राज्यपालों को रोष-पत्र देंगे।