ट्रिब्यून न्यूज़ सर्विस
चंडीगढ़, 8 अक्तूबर
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने एक बार फिर चंडीगढ़ नगर निगम को स्रोत से गीला व सूखा कचरा अलग करने के लिए अपनी प्रस्तावित डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन योजना शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इस योजना को शुरू करने के लिए निगम को आगामी 31 अक्तूबर तक का समय दिया गया है। एनजीटी द्वारा गठित टीम ने नवंबर माह के पहले सप्ताह में उसे इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए भी कहा है। निगम को बताना होगा कि सूखा और गीला कचरा पृथक करने की व्यवस्था पूरी तरह से लागू हुई या नहीं। निगम ने यह व्यवस्था शुरू करने के लिए पहले डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्टरों के साथ समझौता किया था व उसके बाद 390 गाड़ियां कचरा घरों से उठाने के लिए खरीदने की योजना भी बनाई, जिनमें से कुछ वाहन तो खरीदे भी जा चुके हैं व गांवों में उन्हें कचरा उठाने के लिए प्रयोग भी किया जा रहा है।
15 की बैठक में योजना को मिलेगा अंतिम रूप
इस संबंध में निगमायुक्त का कहना है कि कचरा स्रोत से पृथक करने की योजना आगामी 31 अक्तूहर से पहले ही शुरू हो जायेगी। उनका कहना है कि 15 अक्तूबर को होने वाली स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक में पूरी योजना को अंतिम रूप दे देया जायेगा।
नगर स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ा
नगर में कचरा पृथक करने की योजना लागू न होने के कारण शहर स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान में हर बार पिछड़ रहा है। एनजीटी इससे पहले भी नगर निगम को यह प्रणाली शुरू करने के लिए निर्देश दे चुकी है।