जीरकपुर (निस) : भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर राजस्थान के अलवर जिले में हुए हमले की निंदा करते हुए किसान जथेबंदियों ने शुक्रवार को अजीजपुर टोल प्लाजा पर भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। भाकियू सिधुपुर मोहाली के सीनियर उप प्रधान किरपाल सिंह स्याऊ, ब्लाक प्रधान लखविंदर सिंह कराला व जगजीत सिंह कराला ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसानों के चल रहे आंदोलन से तंग आ चुकी है। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक केंद्र में मोदी सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती तब तक किसान दिन-रात दिल्ली की सीमाओं पर बने रहेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि विभिन्न राज्यों में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन द्वारा की जा रही महापंचायतों से नाराज भाजपा अब अपने गुंडों द्वारा इस तरह के हमलों को अंजाम दे रही है। इस मौके अमरीक सिंह, जगजीत सिंह छड़बड, अवतार सिंह, मदन लाल, दलवीर सिंह, दीप बूटा सिंह वाला, कामरेड दविंदर सिंह, दयाल सिंह मिस्त्री सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।