एस.अग्निहोत्री/ हप्र
पंचकूला, 16 अगस्त
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि शिक्षा मनुष्य को विनम्रता प्रदान करती है और विनम्रता किसी भी मनुष्य को किसी कर्म के लिए योग्य बनाती है। उन्होंने शिक्षाविदों का आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों में नई चेतना, नई उमंग जगाते हुए उन्हें मानवीय मूल्यों व आदर्शों से भी जोड़ें, जिससे विद्यार्थियों में देश प्रेम, राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ-साथ सामाजिक समरसता का भाव पैदा होगा। राज्यपाल मंगलवार को पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इन्द्रधनुष ऑडिटोरियम में विश्व परमार्थ फाउंडेशन के तत्वावधान में ‘शिक्षा में भारतीय मूल्यों का महत्व’ पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने कहा कि आज की आवश्यकता को मद्देनजर रखते हुए विश्व परमार्थ फाउंडेशन के तत्वावधान में ‘शिक्षा में भारतीय मूल्यों का महत्व’ पर संगोष्ठी के लिए वे श्री सम्पूर्णानंद ब्रह्मचारी व फाउंडेशन को साधुवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का समाज में जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ राष्ट्र के निर्माण महत्वपूर्ण योगदान होगा।
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि संपूर्णानंद प्रतिवर्ष अपनी एक महीने की तपस्या के पश्चात समाज के एक ऐसे विषय को लेकर कार्यक्रम का आयोजन करते हैं, जिनकी आज के समय में चिंता करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर पुलिस आयुक्त डॉ. हनीफ कुरैशी, उपायुक्त महावीर कौशिक, पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह, नगर निगम के महापौर कुलभूषण गोयल, बीजेपी जिला अध्यक्ष अजय शर्मा, हरियाणा बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता, कालका की पूर्व विधायक लतिका शर्मा, वरिष्ठ प्रचारक प्रेम गोयल, श्री अग्नि अखाड़ा के सचिव सम्पूर्णानन्द, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं शिक्षाविद अतुल कोठारी, हरिद्वार से सतपाल ब्रह्मचारी, प्रयागराज से आचार्य विचित्रानंद, हरियाणा व अन्य प्रदेशों से आए सांसद और विधायक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।