पिंजौर, 16 अप्रैल (निस)
गर्मियां आरंभ होते ही पिंजौर शहर में पेयजल किल्लत आरंभ हो गई है। विशेषकर शहर की पुरानी आबादी विश्वकर्मा कालोनी, गुरुद्वारा रोड, कबीरपंथी मोहल्ला, सैनी मोहल्ला, चौणा चौक आदि क्षेत्र वासी उंचे जलस्तर वाले कुंओं का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। नरेन्द्र बग्गन, बिल्लू, बलविन्द्र धीमान, राकेश, संजीव, ललित सहित अन्य लोगों ने सरकार से नियमित जलापूर्ति की मांग करते हुए बताया कि 24 घंटे बाद 10 मिनट पानी सप्लाई की जाती है। लोग पीने का पानी भी पूरा नहीं भर पा रहे हैं। भूमिगत जलस्तर उंचा होने के कारण प्राचीन समय से पिंजौर के लगभग प्रत्येक घर में कुआं खुदा हुआ है लेकिन हर घर के शौचालय का सेप्टी टैंक भी घर के अंदर ही बना हुआ है। कहीं न कहीं सिवर का पानी भी रिसकर कुंओं में मिल रहा है। दरअसल पिंजौर में पांडवकालीन पानी की दर्जनों बावड़ियां हैं। कुंओं का भी यही जलस्तर है। इसलिए अधिकतर लोगों ने घरों में जनस्वास्थ्य विभाग से पानी के कनेक्शन ले रखे हैं। लेकिन गत सप्ताह से विशेषकर विश्वकर्मा कालोनी वासियों को परेशानी उठानी पड़ रही है क्योंकि उनके कुंओं का जलस्तर इतना नीचे चला गया है कि वे सूखने के कगार पर हैं।