पंचकूला, 1 दिसंबर (ट्रिन्यू)
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा के बैनर तले मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए जेबीटी ने शिक्षा सदन पर प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि अंतर जिला तबादला आदेश पर अमल किया जाये। सरकार ने हाल ही में इन आदेशों को रद्द कर दिया था। शिक्षक संघ के अध्यक्ष तरुण सुहाग के अनुसार मांग पूरी होने तक शिक्षकों का पंचकूला में महापड़ाव जारी रहेगा।
सरकार ने 15 नवंबर को जेबीटी की अंतर जिला तबादला सूची जारी की थी। इस दौरान करीब 2500 शिक्षकों के तबादले किए गये थे। इनमें से करीब 2300 शिक्षकों ने 16-17 नवंबर को ही संबंधित जिलों में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के यहां ज्वाइनिंग रिपोर्ट दे दी थी, लेकिन उन्हें आगे स्कूल अलाॅट नहीं किए गए। इसी बीच 27 नवंबर को विभाग ने उक्त तबादला आदेश रद्द कर दिए। इससे जेबीटी में सरकार के प्रति रोष बढ़ गया। ट्रांसफर किए गए अधिकांश शिक्षक ऐसे हैं जो दस से बीस साल तक अपने जिलों में पहुंचने की बाट जोह रहे थे। कई ने रिलीव होने के बाद किराये पर लिए मकान भी खाली कर दिए थे।
शिक्षक संघ के आह्वान पर प्रदेश भर से बड़ी संख्या में जेबीटी मंगलवार को पंचकूला पहुंचे। दिन में शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के साथ बैठक की। बैठक में मौलिक शिक्षा निदेशक नितिन यादव भी मौजूद थे। तरुण सुहाग के अनुसार अधिकारियों ने बैठक में कहा कि विद्यार्थियों की पढ़ाई के मद्देनजर तबादला आदेश रद्द किये गये हैं। इस पर शिक्षक प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि तीन महीने के लिये प्रतिनियुक्ति की जा सकती है, तबादला आदेश रद्द करना उचित नहीं। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने कहा कि वे इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ उपाध्यक्ष सोनू कुमार शर्मा, महासचिव सरेश लितानी, कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुंडू, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष मोनिका शर्मा, उपाध्यक्ष सुमन दांगी, संरक्षक विनाेद ठाकरान आदि मौजूद थे।